इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के कप्तान विराट कोहली के आक्रामक तेवर इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं। लगता है कि आईपीएल में पुराना विराट लौट आया है, जब वे टीम के साथी खिलाड़ियों पर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने से भी गुरेज नहीं करते थे। बुधवार को किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान रविचन्द्र अश्विन का कैच लपकने के बाद उन्होंने जो हरकत की, वो सभी कैमरे में कैद होती चली गई।
पंजाब के 20वें अंतिम ओवर में उमेश यादव की पहली गेंद पर रविचंद्रन अश्विन ने छक्का उड़ा डाला लेकिन दूसरी ही गेंद पर छक्का लगाने के प्रयास में वे सीमा रेखा पर विराट कोहली के हाथों लपके गए। बस, यहीं से विवाद की नई कहानी शुरू हुई और विराट का पुराना वाला अवतार मैदान पर नजर आ रहा था। विराट ने कैच लपकने के बाद आपत्तिजनक इशारे करते हुए अपशब्द कहे।
विराट की यह हरकत अश्विन को नागवार गुजरी और उन्होंने पैवेलियन लौटते हुए अपने ग्लव्ज तक फेंककर अपने गुस्से का इजहार किया। टीम इंडिया के अश्विन बेहद सीनियर खिलाड़ी रहे हैं लेकिन विराट ने उनके साथ जो कुछ भी किया, उसे क्रिकेट के चाहने वालों ने सिरे से नकार दिया।
अनुष्का को समझाना चाहिए : विराट कोहली का विवाह बॉलीवुड की खूबसूरत अदाकारा अनुष्का शर्मा से 11 दिसम्बर 2017 को हुआ था। पहले दोनों का प्रेम प्रसंग चला, फिर ब्रेकअप हुआ और बाद में जब दोनों छुप-छुपकर मिलने लगे तो बातें बनती चली गईं, जिस पर विराट ने विवाह की मुहर लगा दी।
विवाह के बाद किसी भी व्यक्ति की पत्नी उसकी पहली दोस्त होती है। ऐसे में विराट के उग्र स्वभाव पर अनुष्का को पहल करनी चाहिए ताकि वो खुद को बदल सकें। विराट जानते हैं कि वो टीम इंडिया के लिए कितने कीमती खिलाड़ी हैं। उनका यह खराब व्यवहार पूरी भारतीय क्रिकेट टीम को प्रभावित कर सकता है खासकर विश्व कप में। मौजूदा हालातों को देखते हुए अनुष्का की जिम्मेदारी बहुत बढ़ गई है।
महेंद्र सिंह धोनी से लें सीख : विराट जिस तरह से क्रिकेट मैदान पर पेश आ रहे हैं, उसे देखकर कई बार कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी जेहन में तैर जाते हैं। अपनी कुशल कप्तानी के कारण ही माही ने चेन्नई की टीम को न केवल 3 बार आईपीएल का चैम्पियन बनाया है, बल्कि मौजूदा आईपीएल में वे टीम को प्लेऑफ में भी पहुंचा चुके हैं।
धोनी के पास लंबा अनुभव है। वे विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य नहीं खोते। धोनी की सादगी और आचरण का ही नतीजा है कि पूरी क्रिकेट बिरादरी उनकी दीवानी है। धोनी जब भी मैदान छोड़ेंगे, उनका व्यवहार सदैव याद रखा जाएगा। क्या विराट उनसे इस अच्छाई को ग्रहण नहीं कर सकते? खुद विराट को भी अहसास है कि वे धोनी के बिना अधूरे हैं। क्या इस अधूरेपन को भरने की पहल नहीं कर सकते?
मैदान पर विराट कोहली का आपा खोने का बेहद खराब रिकॉर्ड रहा है। वे बहुत जल्दी अपना धैर्य खो देते हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब दिल्ली के इस आक्रामक बल्लेबाज ने क्रिकेट की गरिमा को नुकसान पहुंचाया हो। अपने करियर के शुरुआती दौर में तो विराट ने ऑस्ट्रेलियाई फैंस को ही अभद्र इशारा कर दिया था, जिसके बाद इस घटना ने काफी तूल पकड़ा था।
आईपीएल में रौद्र रूप : रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के कप्तान विराट कोहली अपनी ही टीम के साथियों के साथ खराब व्यवहार करने के लिए काफी कुख्यात रहे हैं। पिछले कुछ सालों से टीम इंडिया की बागडोर संभालने के बाद उन्होंने खुद महसूस किया कि उनके व्यवहार से दूसरे आहत होते हैं। इसीलिए उन्होंने अपने में बदलाव किया।
विश्व कप पर पड़ सकता है असर : क्रिकेट में मैदान पर आक्रामक होना अलग बात होती है और खराब आचरण करना अलग बात। विराट जो कुछ कर रहे हैं, उसका असर आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है, वह भी तब जबकि विश्व कप दहलीज पर खड़ा है और 30 मई से इंग्लैंड में इसका आगाज भी होने जा रहा है।
विराट की प्रतिभा पर कोई शक नहीं : विराट कोहली 2012 में पहली बार भारत की वन-डे क्रिकेट टीम के उप-कप्तान बने थे जबकि 2014 में धोनी के टेस्ट कप्तानी छोड़ने के बाद वे टीम इंडिया के कप्तान बने। 2017 में उन्होंने धोनी से ही वन-डे टीम की कप्तानी संभाली। विराट की प्रतिभा पर किसी को कोई शक नहीं है क्योंकि उनके नाम कई वर्ल्ड रिकॉर्ड्स दर्ज हैं। विराट ने वनडे की 205 पारियों में सबसे तेज 10 हजार रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
विराट के नाम अनेक रिकॉर्ड : वनडे में वे सबसे तेज शतक और सबसे तेज 5 हजार रन बनाने बाले बल्लेबाज हैं। दिसंबर 2018 में विराट कोहली इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट मैच जीतने वाले पहले एशियाई कप्तान भी बने। विराट कोहली लगातार दूसरे कैलेंडर वर्ष के लिए 1,000 या उससे अधिक रन बनाने के मामले में दुनिया के दूसरे बल्लेबाज हैं।