बेंगलुरु। आईपीएल-10 से बाहर हो गए गत चैंपियन सनराइजर्स हैदराबाद के गेंदबाजी कोच मुथैया मुरलीधरन का कहना है कि काश बारिश के कारण उनकी टीम को टीम को 20 मिनट और मिल जाते तो टीम की किस्मत बदल जाती।
मुरलीधरन ने कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ कल देर रात डेढ़ बजे तक मैच हारने के बाद कहा कि आगे जाना उनकी टीम के भाग्य में नहीं था। उन्होंने कहा यदि हमारा रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के साथ यहां मैच बारिश से धुला नहीं होता तो हमने मुंबई में क्वालिफ़ायर एक खेला होता। यही किस्मत है। इस मैच में हमें 20 मिनट और मिल जाते तो हम क्वालिफ़ायर दो में पहुंच जाते। लेकिन यह सब भाग्य का खेल है और यह सब खेल का ही एक हिस्सा है।
हैदराबाद की टीम गत वर्ष इसी शहर में चैंपियन बनी थी और इसी शहर में उसे इस बार बाहर हो जाना पड़ा। पिछले महीने हैदराबाद के हाथ से बेंगलुरु के खिलाफ बारिश के कारण जीतने का मौका निकल गया था और अब एलिमिनेटर दो में बारिश ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
हालांकि बाहर होने के लिए बारिश से ज्यादा हैदराबाद का प्रदर्शन जिम्मेदार रहा जिसने मात्र 128 रन बनाए थे और कोलकाता ने डकवर्थ-लुईस नियम के तहत छह ओवर में 48 रन का लक्ष्य तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया।
मुरलीधरन ने कुछ निराशा के साथ कहा कि आगे जाना शायद उनकी टीम के भाग्य में नहीं था। हालांकि उन्होंने अपनी टीम के प्रदर्शन पर संतोष जताया। मुरली ने कहा बल्लेबाज अच्छा खेले। गेंदबाजों का प्रदर्शन भी अच्छा रहा ओवरआल हम अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हैं।
श्रीलंका के दिग्गज ऑफ स्पिनर मुरली ने ऐसे हालात में खेलने की शर्तों को ज्यादा तवज्जो नहीं दी प्ले ऑफ में कट ऑफ समय लीग मैचों के कट ऑफ समय से एक घंटा ज्यादा था। यदि लीग मैचों का कट ऑफ समय प्लेआफ में लागू होता तो सनराइजर्स क्वालिफायर दो में पहुंच जाते।
यह पूछने पर कि क्या प्लेऑफ में एक रिजर्व दिन होना चाहिए था तो मुरली ने कहा हम सभी पूरे 20 ओवर खेलना पसंद करते। हमें बारिश की उम्मीद नहीं थी। कोई भी जीत या हार सकता है लेकिन मैं इतना कहना चाहूंगा कि हमारा सत्र अच्छा रहे और हम अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हैं। आठ जीत और पांच हार खराब प्रदर्शन नहीं है।
गेंदबाजी कोच ने कहा हम जरूर इस बात से निराश हैं कि हम आगे तक नहीं जा पाए। हमने कुछ बेहतरीन प्रदर्शन किए। लेकिन दुर्भाग्य से आप हर मैच नहीं जीत सकते। हम उम्मीद करते हैं कि अगले वर्ष हमारी यही टीम रहेगी लेकिन मैं नहीं जानता कि नियम क्या होंगे।