गेंदबाजों के कातिल बने क्रिस गेल की आईपीएल 4 में एक और धमाकेदार पारी से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने राजस्थान रॉयल्स पर नौ विकेट की धमाकेदार जीत दर्ज की। इससे बेंगलोर ने जहां प्लेआफ की तरफ मजबूत कदम बढ़ाए, वहीं राजस्थान की अंतिम चार में पहुंचने की उम्मीदें लगभग समाप्त हो गई।
आईपीएल के सबसे युवा कप्तान बने विराट कोहली ने टॉस जीतकर राजस्थान रॉयल्स को बल्लेबाजी का न्यौता दिया। राजस्थान शेन वॉटसन (34) और राहुल द्रविड़ (37) से मिली अच्छी शुरुआत का फायदा उठाने में नाकाम रहा और नियमित अंतराल में विकेट गंवाने के कारण छह विकेट पर 146 रन ही बना पाया। उसकी इस दशा के लिए श्रीनाथ अरविंद जिम्मेदार रहे, जिन्होंने 34 रन देकर तीन विकेट लिए।
गेल (44 गेंद पर नाबाद 70) और तिलकरत्ने दिलशान (38) ने केवल 40 गेंद पर 68 रन जोड़कर फिर से बेंगलोर को तेज शुरुआत दिलायी। इसके बाद गेल ने कोहली (नाबाद 39) के साथ 83 रन की अटूट साझेदारी की जिससे बेंगलोर 17 ओवर में ही एक विकेट पर 151 रन बना बैठा।
बेंगलोर के अब 11 मैच में सात जीत से 15 अंक हो गए हैं और वह अंक तालिका में मुंबई इंडियन्स के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। राजस्थान की यह छठी हार है और 12 मैच में 11 अंक होने से उसकी अब प्लेआफ में पहुंचने की संभावना क्षीण पड़ गई है।
बेंगलोर ने टूर्नामेंट के बीच में गेल को अपनी टीम से जोड़ा और तब से यह कैरेबियाई तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। गेल ने अभी तक छह मैच में दो शतक और एक अर्धशतक की मदद से 398 रन बनाए हैं। टूर्नामेंट में उनसे अधिक रन केवल सचिन तेंडुलकर (424) के नाम दर्ज हैं।
मैच के पहले छह ओवर में कुल 11 चौके पड़े, जिनमें से आठ चौके दिलशान के बल्ले से निकले जबकि गेल ने तीन चौकों के अलावा बोथा की गेंद पर लांग ऑफ पर पारी का पहला छक्का भी जड़ा।
रॉयल्स के घरेलू मैदान सवाई मानसिंह स्टेडियम में अपना अंतिम आईपीएल मैच खेल रहे शेन वार्न ने सातवें ओवर में गेंद संभाली और आते ही दिलशान के तेवरों को ठंडा किया। श्रीलंकाई कप्तान ने उनकी गेंद पर स्लाग स्वीप करके मिडविकेट पर रोस टेलर को कैच थमाया।
गेल जैसा धुरंधर क्रीज पर था लेकिन बेंगलोर के बल्लेबाजों ने सहजता से रन बटोरने को तरजीह दी। पावर-प्ले में जहां 66 रन बने, वहीं अगले छह ओवर में केवल 35 रन ही बन पाए।
गेल का कत्लेआम का मूड तो इसके बाद दिखा। उन्होंने टेलर की गेंद छह रन के लिए भेजकर अर्धशतक पूरा किया और फिर वार्न पर लगातार छक्का और चौका जड़ा। इसके बाद उन्होंने अशोक मनेरिया की गेंद भी छह रन के लिए भेजी जबकि कोहली ने पंकज सिंह पर विजयी छक्का जमाया।
गेल ने अपनी पारी में छह चौके और चार छक्के जबकि कोहली ने तीन चौके और एक छक्का लगाया। वार्न की इस तरह से जयपुर से विदाई मायूसी के साथ हुई।
इससे पहले वॉटसन और द्रविड़ ने पहले विकेट के लिए 73 रन की साझेदारी की लेकिन इन दोनों के इसी स्कोर पर आउट हो जाने से रॉयल्स दबाव में आ गया और डेढ़ सौ रन के पार नहीं पहुंच पाया।
वॉटसन और द्रविड़ ने शुरू में क्रमश: अरविंद और जहीर खान पर लगातार ओवर में दो-दो चौके लगाकर अपने तेवर दिखाए। नियमित कप्तान डेनियल विटोरी के चोटिल होने के कारण उनकी जगह टीम में आए चार्ल लांगवेल्ट पर वॉटसन ने पारी का पहला छक्का भी जड़ा।
इसके बाद उन्होंने अरविंद की गेंद भी छह रन के लिए भेजी लेकिन इस गेंदबाज ने अपने अगले ओवर में तीन गेंद के अंदर दोनों सलामी बल्लेबाजों को पैवेलियन भेजकर रॉयल्स को बैकफुट पर भेज दिया।
अरविंद ने वॉटसन को हवा में गेंद लहराने के लिए ललचाया और बाकी काम मिडऑफ पर खड़े एबी डी'विलियर्स ने पूरा कर दिया। इसके बाद उन्होंने द्रविड़ को वापस कैच देने के लिए मजबूर किया।
बीच में कोहली ने खुद गेंद संभाली और तीन ओवर में 17 रन दिए। उन्होंने ट्वेंटी-20 क्रिकेट में पदार्पण कर रहे बाएं हाथ के स्पिनर अबरार काजी को भी सलामी जोड़ी पैवेलियन लौटने के बाद गेंदबाजी पर लगाया। अजिंक्य रहाणे (17) ने काजी के दूसरे ओवर में छक्का जड़ा।
इसके दो गेंद बाद ही दुनिया के चपल क्षेत्ररक्षकों में से एक डी'विलियर्स के हाथों में गेंद पहुंचने के बावजूद योहान बोथा दौड़ पड़े और रहाणे को अपना विकेट गंवाना पड़ा।
बोथा (19) और रॉस टेलर (13) भी कोई कमाल नहीं दिखा पाए, जबकि मनेरिया (8) भी अधिक देर तक नहीं टिक पाए, जिससे यह तय हो गया कि रॉयल्स मजबूत स्कोर खड़ा नहीं कर पाएगा। (भाषा)