पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने आतंकवादियों और उग्रवादियों के साथ किसी तरह की बातचीत को यह कहते हुए रविवार को खारिज कर दिया कि लोग आतंकवादियों के खात्मे के साथ फिर से शांति चाहते हैं।
गिलानी ने कहा कि पाकिस्तानी सेना कबीलाई क्षेत्र और अन्य इलाकों में आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर रही है। आतंकवादियों के साथ बातचीत करने के बदले उनके दमन की घड़ी आ गई है।
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों और उग्रवादियों के साथ यह बातचीत करने का वक्त नहीं है। पूरा मुल्क आतंकवादियों का सफाया कर शांति व्यवस्था कायम होते देखना चाहता है। उन्होंने कहा कि स्वात और मलकंड डिवीजन में सैन्य अभियान निर्णायक चरण में पहुँच गया है और इसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।
गिलानी ने ये बातें एक सवाल के जवाब में कही। तालिबान के साथ वार्ता के संबंध में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के नेता फजलुर रहमान द्वारा दिए गए बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने यह जवाब दिया। उन्होंने हाल के आत्मघाती हमले में मारे गए विद्वान सरफराज नईमी की मजार पर फातेहा पढ़ने के बाद मीडिया से बात की।