वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) के जनक ब्रिटिश कम्प्यूटर साइंटिस्ट टिम बर्नर्स ली ने कहा कि इंटरनेट का आविष्कार जिन लक्ष्यों को लेकर किया गया था, वह उनसे भटक चुका है। एक इंटरव्यू में टिम ने कहा कि कुछ वेबसाइटों पर नफ़रत फैलाने वाली सामग्री सामने आ रही है। टिम लिस्बन में फेक न्यूज पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। टिम चाहते हैं कि इंटरनेट को सुरक्षित बनाने के लिए नया खाका तैयार हो।
चार दिनी वेब समिट में करीब 70 हजार लोगों के शामिल हुए हैं। इस वेब समिट में दुनिया की जानी- मानी टेक कंपनियां, राजनीतिज्ञ भाग ले रहे हैं। वेब समिट के अपने उद्बोधन में 1989 में वर्ल्ड वाइड वेब का अविष्कारक टिम बर्नर्स ली ने कहा कि इंटरनेट सूचना आदान-प्रदान करने का एक रास्ता था, लेकिन संस्थापकों द्वारा जो इसके लक्ष्यों की परिकल्पना की गई थी, इससे वह भटक चुका है।
टिम ने कहा कि अभी इंटरनेट पर जो चीजें हो रही हैं वे गलत है, हमारे पास फेक न्यूज है, लोगों की गोपनियता को लेकर परेशानिया हैं, लोगों की प्रोफाइल्स से छेड़छाड़ की जा रही है।
63 वर्षीय ली ने सरकारों, कंपनियों और नागरिकों से कहा कि एक 'पुख्ता अनुबंध' तैयार होगा जिससे इंटरनेट सभी के लिए सुरक्षित और सुलभ होगा। मई 2019 में ऐसा पहली बार होगा जब दुनिया के 50 प्रतिशत लोग पहली बार ऑनलाइन होंगे।
उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने नया प्लेटफॉर्म तैयार किया है जिसका नाम solid रखा गया है। उन्होंने कहा कि solid अभी के वेब को ही इस्तेमाल करते हुए बनाया गया हैं। यह अपने यूजर्स को कई प्रकार के विकल्प देगा, जैसे कि आपका डाटा कहां स्टोर होगा, कौन उसे देख पाएगा। यूजर्स अपने डाटा को किसी के भी साथ शेयर कर सकते हैं लेकिन किसी का भी डाटा बिना उसकी मर्जी के नहीं देख सकेंगे।