Kim Jong Un Train : उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उग 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली सनशाइन ट्रेन से उत्तर कोरिया से चीन पहुंचे। इस सफर में उन्हें लगभग 20 घंटे का समय लगा। इससे लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि उत्तर कोरियाई नेता ने चीन जाने के लिए प्लेन की जगह इस स्लो ट्रेन को क्यों चुना? इस ट्रेन में ऐसा क्या है जो किम जोंग उन इस पर सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं?
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दक्षिण कोरिया की योनहाप समाचार एजेंसी के मुताबिक किम की ट्रेन एक चलता-फिरता किला है। इस बुलेटप्रूफ ट्रेन पर गोली और बम का भी असर नहीं होता। इस ट्रेन में मिलने वाली सुविधाएं किसी लक्जरी होटल से कम नहीं है। इसमें किचन, ऑफिस के साथ ही कारों का काफिला रखने की भी जगह है।
ट्रेन में 15 से 20 डिब्बे हैं। ट्रेन में उनकी टेबल पर अक्सर सोने से जड़ा लैपटॉप, खास सिगरेट बॉक्स और कई फोन रखे रहते हैं। खिड़कियों पर नीले और सुनहरे रंग के पर्दे लगे होते हैं। किम किस डिब्बे में सफर कर रहे हैं इसकी जानकारी केवल कुछ गिने चुने लोगों को ही होती है। उनके साथ हमेशा डॉक्टरों की टीम और बुलेटप्रूफ कारें भी रहती हैं।
क्यों प्लेन से सफर नहीं करते किम जोंग उन : किम जोंग उन के पिता किम जोंग-इल को हवाई जहाज से डर लगता था, इसलिए उन्होंने हमेशा ट्रेन से ही लंबी दूरी की यात्रा की। किम जोंग उन ने भी उनकी इसी परंपरा को आगे बढ़ाया। 2019 में वे 4500 किलोमीटर का सफर तय कर ट्रेन से ही ट्रंप से मिलने पहुंच गए थे। 2023 में वे रूस राष्ट्रपति पुतिन से मिलने भी इसी ट्रेन से गए थे।
हालांकि उत्तर कोरियाई नेता 2018 में ट्रंप से मुलाकात के लिए प्लेन से ही सिंगापुर पहुंचे थे। उत्तर कोरिया के सरकारी टीवी द्वारा 2018 में जारी एक वीडियो में किम को गुलाबी सोफे से घिरी एक विस्तृत ट्रेन में शीर्ष चीनी अधिकारियों के साथ बैठक करते दिखाया गया था।
edited by : Nrapendra Gupta