लॉस एंजिल्स। जन्म से पहले टूथपेस्ट, मेकअप, साबुन और अन्य निजी प्रसाधन सामग्री में मौजूद रसायन के संपर्क में आने से कम उम्र में ही लड़कियों के युवा होने की संख्या बढ़ती जा रही है। मंगलवार को प्रकाशित एक अध्ययन में यह जानकारी मिली।
अमेरिका के बर्कले में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (यूसी) के शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लड़कियों की माताओं के शरीर में गर्भावस्था के दौरान डाईइथाइल थैलेट और ट्राईक्लोसन का स्तर अधिक था, उन लड़कियों को कम उम्र में ही युवा होते देखा गया। ये नतीजे ‘ह्यूमन रिप्रोडक्शन’ पत्रिका में प्रकाशित हुए हैं।
यूएस सेंटर फॉर दी हेल्थ एसेसमेंट ऑफ मदर्स एंड चिल्ड्रेन ऑफ सलीनास (सीएचएएमएसीओएस) अध्ययन के तहत एकत्र किए गए आंकड़े से ये नतीजे प्राप्त हुए। 338 बच्चों पर यह अध्ययन किया गया, जिसमें पता चला कि जन्म से ही ये बच्चे युवावस्था की ओर बढ़ रहे हैं।
डाईइथाइल पीएचथैलेट का इस्तेमाल अकसर इत्र और सौंदर्य प्रसाधनों में स्टैबलाइजर के तौर पर किया जाता है।
यूसी बर्कले में एसोसिएट एडजंक्ट प्रोफेसर किम हर्ले ने कहा कि हम जानते हैं कि अपने ऊपर हम जो भी चीजें इस्तेमाल करते हैं वे हमारे शरीर के अंदर तक जाती हैं, चाहे वे त्वचा के माध्यम से पहुंचें या हमारे श्वसन के जरिए पहुंचें अथवा गलती से हम उन्हें खा लें। हर्ले ने कहा कि हमें यह जानने की जरूरत है कि ये रसायन हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहे हैं।