वाशिंगटन। दुनिया के सबसे विकसित और शक्तिशाली देश माने जाने वाले अमेरिका में उस समय हड़कंप मच गया जब देश का एयर सिस्टम फेल होने की वजह से हवाई यातायात ठप हो गया। इस वजह से 9500 से ज्यादा उड़ाने लेट हो गई जबकि 1300 विमान उड़ान नहीं भर पाए। कहा जा रहा है नोटम में तकनीकी खराबी की वजह से अमेरिका में हवाई यातायात ठप हो गया।
उड़ानों पर नजर रखने वाली कंपनी फ्लाइट अवेयर के अनुसार इस खराबी के कारण घरेलू, अमेरिका आने तथा यहां से जाने वाली 9,500 से अधिक उड़ानों के परिचालन में देरी हुई, जबकि 1,300 उड़ाने रद्द की गईं।
फेल हुआ नोटम : अमेरिका में फ्लाइट के सफल संचालन के लिए नोटम (नोटिस टू एयर मिशंस सिस्टम) काम करता है। FAA इसी के जरिए पायलट्स को रियल टाइम सेफ्टी अलर्ट भेजता है। बुधवार को नोटम ने अपडेट जानकारी देना बंद कर दिया। इस वजह से एयर लाइंस को रनवे खुला या बंद होने से लेकर उड़ानों के संचालन से संबंधी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी मिलना बंद हो गई। हालांकि बाद में सिस्टम ने आंशिक रूप से काम करना शुरू कर दिया।
एफएए ने एक ट्वीट में कहा, उड़ान कर्मचारियों को सुरक्षा जानकारी प्रदान करने वाले नोटिस टू एयर मिशंस सिस्टम में रात में आई खराबी के बाद पूरे अमेरिका में सामान्य हवाई यातायात संचालन धीरे-धीरे फिर से शुरू हो रहा है। ग्राउंड स्टॉप को हटा लिया गया है। हम प्रारंभिक समस्या के कारणों की जांच करना जारी रखे हुए हैं।
साइबर हमला नहीं : व्हाइट हाउस ने कहा कि पायलटों और अन्य कर्मियों को हवाई मुद्दों के बारे में अलर्ट करने वाली एक प्रणाली में तकनीकी खराबी आने के मामले में किसी साइबर हमले के कोई सबूत नहीं हैं। तकनीकी खराबी आने के चलते अमेरिका में सैकड़ों विमानों की आवाजाही ठप हो गई थी।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन ज्यां-पियरे ने कहा कि फिलहाल साइबर हमले का कोई सबूत नहीं है। राष्ट्रपति ने परिवहन मंत्रालय को कारणों की पूरी जांच करने और इसके बार में जानकारी देने का निर्देश दिया है। प्रतिदिन हवाई सफर करने वाले अमेरिकियों की सुरक्षा शीर्ष प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि वे सुरक्षित हों। यह राष्ट्रपति, परिवहन मंत्रालय खास तौर पर एफएए की शीर्ष प्राथमिकता है। हम कारणों के बारे में जानना चाहते हैं ताकि ऐसा दोबारा न हो।
परिवहन मंत्री पेटे बटिगिएग ने कहा कि उन्होंने मूल कारणों को जानने के लिए एक प्रक्रिया का निर्देश दिया है और आगे की कार्रवाई के संबंध में कुछ सिफारिशें की हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta