रूस से तेल खरीदी पर अमेरिका 'नरम', कहा- भारत ने नहीं तोड़ा नियम

Webdunia
मंगलवार, 12 अप्रैल 2022 (08:19 IST)
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि रूस से तेल की खरीद बढ़ाना भारत के हित में नहीं है और वह ऊर्जा आयात में और विविधता लाने में भारत की मदद करने को तैयार हैं। हालांकि उन्होंने साफ कहा कि भारत का रूस से तेल और गैस खरीदना किसी भी प्रतिबंध का उल्लंघन नहीं है।
 
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने संवाददाताओं से कहा कि बाइडन ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई डिजिटल बैठक के दौरान यह टिप्पणी की। साकी ने कहा कि वार्ता रचनात्मक रही और भारत के साथ संबंध अमेरिका और राष्ट्रपति के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
 
बैठक के दौरान बाइडन ने कहा कि रूस से अपने तेल आयात में तेजी लाना या इसे बढ़ाना भारत के हित में नहीं है। अभी भारत अपनी जरूरत का एक से दो फीसदी तेल रूस से जबकि 10 फीसदी तेल अमेरिका से आयात करता है।
 
इस बीच भारत विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए रूस से तेल का आयात करता है। देखा जाए तो भारत एक महीने में रूस से जितना तेल आयात करता है, उतना तो यूरोप हर रोज आयात करता है।
 
उल्लेखनीय है कि भारत ने रूस से मार्च में एक दिन में 360,000 बैरल तेल का निर्यात किया है, जो 2021 के औसत से लगभग चार गुना अधिक है।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

कौन हैं रेखा गुप्ता, जो बनीं दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री

Maha Kumbh 2025 : महाकुंभ भगदड़ पर विपक्ष पर यूं बरसे योगी आदित्यनाथ, समाजवादी जिस थाली में खाते हैं, उसी में करते हैं छेद

खुशखबरी, भारत के कर्मचारियों की सैलरी 9.2 प्रतिशत बढ़ेगी, रिसर्च में खुलासा

Lic smart pension plan : क्या है एलआईसी की स्मार्ट पेंशन योजना, कैसे ले सकते हैं लाभ

क्या जॉर्ज सोरोस के लिए काम करती थीं स्मृति ईरानी? कांग्रेस के सवाल पर भाजपा का पलटवार

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: शपथ के लिए रामलीला मैदान पहुंचीं रेखा गुप्ता, लगे जय श्रीराम के नारे

ढाका से दुबई जा रहे विमान की नागपुर में इमरजेंसी लैंडिंग, 396 यात्री थे सवार

विजेंद्र गुप्ता होंगे दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए BJP के उम्मीदवार

दुग्ध ब्रांड सांची की नए सिरे से होगी ब्रांडिंग, GIS के दौरान अमित शाह के सामने राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड से होगा समझौता

यूक्रेन युद्ध को सुलझाने में अमेरिका की भूमिका को लेकर क्या बोले जेलेंस्की के सलाहकार?

अगला लेख
More