वॉशिंगटन। अमेरिका ने पहली बार काबुल में 29 अगस्त को हुए ड्रोन हमले के लिए माफी मांगी है। शुक्रवार को अमेरिका ने माना कि इस हमले में सिर्फ आम नागरिक ही मारे गए थे न कि इस्लामिक स्टेट के चरमपंथी। अमेरिका ने पहले इस हमले का बचाव किया था।
अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड जे ऑस्टिन III ने 29 अगस्त को काबुल में हुए ड्रोन हमले के लिए माफी मांगी जिसमें 10 अफगान नागरिक मारे गए।
उल्लेखनीय है कि काबुल एयरपोर्ट हमले से गुस्साए अमेरिका ने अफगानिस्तान में ISIS-K आतंकियों के खिलाफ ड्रोन अटैक किया था। काबुल एयरपोर्ट के पास हुए बम धमाके में अमेरिकी सैनिकों की मौत के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि हम हमलावरों को माफ नहीं करेंगे।
मीडिया खबरों में अमेरिका के दावों पर संदेह प्रकट किया गया था। इन खबरों में कहा गया था कि जिस वाहन को निशाना बनाया गया था उसका चालक किसी अमेरिकी मानवीय संगठन का कर्मचारी था।