20 साल बाद अमेरिका ने छोड़ा बगराम एयरफील्ड

Webdunia
शुक्रवार, 2 जुलाई 2021 (10:55 IST)
काबुल। अमेरिकी सेना ने करीब 20 साल के बाद बगराम एयरफील्ड को छोड़ दिया है, जो कभी तालिबान को उखाड़ फेंकने के लिए हुए युद्ध और अमेरिका पर 9/11 में हुए आतकंवादी हमले के जिम्मेदार अल-कायदा के साजिशकर्ताओं की धरपकड़ के लिए सेना का केंद्र रहा था।

ALSO READ: बाइडन का बड़ा बयान, अफगानिस्तान और अमेरिका के बीच साझेदारी रहेगी कायम
 
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि एयरफील्ड 'अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा एवं रक्षा बल' को पूरी तरह से सौंप दिया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि बलों की रक्षा का अधिकार और क्षमताएं अभी भी अफगानिस्तान में अमेरिका के शीर्ष कमांडर जनरल ऑस्टिन एस. मिलर के पास हैं।

अमेरिका द्वारा इस क्षेत्र को छोड़ने से स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि अफगानिस्तान में बचे आखिरी अमेरिकी सैनिक यहां से निकल चुके हैं या इसे छोड़कर जाने वाले हैं। राष्ट्रपति जो बाइडन के 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की पूरी तरह वापसी के लक्ष्य से कई दिन पहले इस काम को किया जा रहा है।
 
अप्रैल में बाइडन की ओर से की गई घोषणा के बाद से ही साफ हो गया था कि अमेरिका अपनी इस जंग को समाप्त कर रहा है तथा अमेरिकी सैनिकों तथा उसके नाटो सहयोगियों के करीब 7,000 जवान चार जुलाई के आसपास वापसी करेंगे। चार जुलाई को अमेरिका स्वतंत्रता दिवस मनाता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

tirupati laddu पर छिड़ी सियासी जंग, पशु चर्बी के दावे पर तेदेपा-वाईएसआरसीपी आमने-सामने

Kolkata Doctor Case : जूनियर डॉक्‍टरों ने खत्‍म की हड़ताल, 41 दिन बाद लौटेंगे काम पर

कटरा चुनावी रैली में कांग्रेस-नेकां पर गरजे PM मोदी, बोले- खून बहाने के पाकिस्तानी एजेंडे को लागू करना चाहता है यह गठबंधन

Mangaluru : 2 सिर और 4 आंख वाला दुर्लभ बछड़ा पैदा हुआ, देखने के लिए उमड़ा हुजूम

वन नेशन वन इलेक्शन में दक्षिण भारत पर भारी पड़ेगा उत्तर भारत?

सभी देखें

नवीनतम

गृहमंत्री अमित शाह ने बताई नक्सलवाद को खत्म करने की डेडलाइन

Bengal Flood : ममता बनर्जी ने बाढ़ को बताया साजिश, PM मोदी को लिखा पत्र, दी यह चेतावनी

Tirupati Laddu Controversy : जेपी नड्डा ने CM चंद्रबाबू से मांगी रिपोर्ट, बोले- जांच के बाद होगी उचित कार्रवाई

इस बार कश्मीर के चुनाव मैदान में हैं 25 पूर्व आतंकी, अलगाववादी और जमायते इस्लामी के सदस्य

300 साल पुरानी भोग प्रथा, 2014 में मिला GI टैग, अब प्रसाद में पशु चर्बी, क्‍या है Tirupati Controversy?

अगला लेख
More