लंदन। दवा कंपनी फाइजर-बायोएनटेक के कोविड-19 टीके को मंजूरी देने वाला पहला देश बन गया है। इससे घातक कोरोना वायरस को काबू करने के लिए व्यापक पैमाने पर टीकाकरण की शुरुआत का मार्ग प्रशस्त हो गया है। ब्रिटेन की दवा और स्वास्थ्य उत्पाद नियामक एजेंसी (MHRA) ने बताया कि यह टीका उपयोग में लाने के लिए सुरक्षित है। दावा किया गया था कि यह टीका कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 95 प्रतिशत तक असरदार रहा है।
प्रसिद्ध और प्रमुख अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक ने साथ मिलकर इस टीके को विकसित किया है। कंपनी ने हाल में दावा किया था कि परीक्षण के दौरान उसका टीका सभी उम्र, नस्ल के लोगों पर कारगर रहा।
ब्रिटिश सरकार ने एमएचआरए को कंपनी द्वारा मुहैया कराए गए आंकड़ों पर गौर कर यह देखने को कहा था कि क्या यह गुणवत्ता, सुरक्षा और असर के मामले में सभी मानकों पर खरा उतरता है।
ब्रिटेन को 2021 के अंत तक दवा की चार करोड़ खुराक मिलने की संभावना है। इतनी खुराक से देश की एक तिहाई आबादी का टीकाकरण हो सकता है। खुराक का अधिकतर हिस्सा अगले साल की पहली छमाही में मिलने की संभावना है।
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैंकॉक ने ट्वीट किया कि मदद आने वाली है। उन्होंने बीबीसी को बताया कि टीकाकरण की बारी आने पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) हर व्यक्ति से संपर्क करेगी। उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि आज की इस खबर से चीजें और बेहतर होने जा रही हैं और अगले साल का हम सभी आनंद उठा सकते हैं।
एनएचएस के मुख्य कार्यकारी सिमॉन स्टीवेंस ने कहा कि देश के इतिहास में इतने बड़े पैमाने पर टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य सेवा बड़े स्तर पर तैयारी कर रही है। करीब 50 अस्पतालों को इसके लिए तैयार रखा गया है और टीकाकरण केंद्रों की स्थापना की जा रही है।
हैंकॉक ने पिछले महीने कहा था कि नियामक से मंजूरी मिल जाने पर एनएचएस टीकाकरण करने के लिए तैयार है। एनएचएस के पास टीकाकरण का व्यापक अनुभव है और उसके पास सारी व्यवस्थाएं भी हैं। टीके का उत्पादन बायोएनटेक के जर्मनी स्थित केंद्रों के साथ ही फाइजर की बेल्जियम स्थित यूनिट में किया जाएगा।
ब्रिटिश सरकार ने कहा कि उसे यकीन है कि फाइजर-बायोएनटेक टीके के वितरण के लिए जिन शीत भंडारण केंद्रों की आवश्यकता होगी उसमें कोई देरी या समस्या नहीं होगी। टीके को फ्रिज में भंडारित किया जाएगा। इसे दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान पर पांच दिन तक भंडारित किया जा सकता है, जिससे टीके को आसानी से भंडारित और वितरित किया जा सकता है।
बीबीसी ने कहा कि एक विचार को हकीकत का रूप देकर यह सबसे कम समय में बनने वाला पहला टीका होगा। इम्पीरियल कॉलेज लंदन में प्रतिरक्षा मामलों के प्रोफेसर डैनी अल्टमैन ने कहा कि यह खुशखबरी की तरह है।