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हाई हील, नेल पॉलिश से लेकर पढ़ाई, ड्राइविंग लाइसेंस, म्‍यूजिक और अकेले यात्राओं पर रोक, तालिबान महिलाओं के लिए बना नर्क

हमें फॉलो करें हाई हील, नेल पॉलिश से लेकर पढ़ाई, ड्राइविंग लाइसेंस, म्‍यूजिक और अकेले यात्राओं पर रोक, तालिबान महिलाओं के लिए बना नर्क
, रविवार, 8 मई 2022 (15:10 IST)
नई दिल्ली, तालिबान अपनी बर्बरता के लिए जाना जाता है। ऐसे में अफगानिस्तान में एक बार फिर से तालिबानी हुकूमत का बोलबाला है। यहां महिलाओं के लिए वो तमाम पाबंदियां हैं, जो दुनिया में कहीं नहीं। यहां 1996 से 2001 के तालिबान शासन की बर्बर यादें ताजा हो गईं हैं।

अब अफगानिस्तान में तालिबानी लोगों पर आए दिन नई -नई बंदिशें लगा रहे हैं। महिलाओं पर शरिया कानून थोपा जा रहा है, उनका तो जीना ही मुश्‍किल हो गया है।

सिर से पैर तक चाहिए बुर्का
तालिबान सरकार ने नया आदेश जारी करके कहा है कि महिलाओं को अगर जरूरी काम नहीं है तो बेहतर होगा कि वे घर में ही रहें। अगर सार्वजनिक स्थानों पर जाना ही पड़े तो बुर्का पहनना अनिवार्य होगा। ये बुर्का ऐसा होना चाहिए, जिससे सिर से लेकर पैरों तक पूरा शरीर ढक जाए। ऐसा नहीं करने पर पति या पिता को जेल हो सकती है या नौकरी से निकाला जा सकता है।

नहीं मिलेगा ड्राइविंग लाइसेंस
अफगानिस्तान के कई इलाकों में महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस जारी पर भी रोक लगा दी गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान के आदेश के बाद काबुल और दूसरे प्रांतों में महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस जारी करना बंद कर दिया गया है। तालिबान अधिकारियों ने सभी ड्राइविंग इंस्टीट्यूट से कहा है कि वो महिलाओं को लाइसेंस इश्यू न करें। पहले महिलाएं काबुल समेत दूसरे शहरों में ड्राइविंग करते दिख जाती थीं। अब ऐसा नहीं होगा।

लड़कियों के स्कूल पर रोक
अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद उसके नेताओं ने कहा था कि लड़कियों के स्कूल जाने पर कोई रोक नहीं होगी। लेकिन अब ऐसा नहीं है। 23 मार्च को महिलाओं के लिए स्कूल के दरवाजे खुले तो हजारों लड़कियां स्कूल पहुंच गईं। हालांकि कुछ ही घंटे बाद तालिबान ने नया आदेश जारी करके लड़कियों के लिए छठवीं तक स्कूल बंद करने का ऐलान कर दिया। स्कूलों से महिला स्टाफ को भी निकाल दिया गया. इससे पहले, कॉलेज और यूनिवसिर्टी में लड़के-लड़कियों के साथ पढ़ने पर पाबंदी लगाई गई थी।

बगैर मर्द विमान में यात्रा नहीं
तालिबान राज में महिलाओं को अकेले विमान यात्रा की इजाजत नहीं है। अफगान सरकार की तरफ से विमान कंपनियों और इमिग्रेशन अधिकारियों को साफ निर्देश हैं कि किसी भी अकेली महिला को विमान में नहीं चढ़ने दिया जाए। चाहे इंटरनेशनल फ्लाइट हो या डोमेस्टिक। वे सिर्फ पुरुष रिश्तेदार के या पति का साथ ही जाए।

अकेले नो लॉन्‍ग ड्राइव
तालिबान राज में महिलाओं को सड़क पर अकेले लंबी यात्रा की भी छूट नहीं है। अफगानिस्तान में तालिबान सरकार ने दिसंबर 2021 में आदेश निकाला था कि अगर किसी महिला को 72 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय करना है तो वह अकेले यात्रा नहीं कर सकती। इसके लिए किसी पुरुष रिश्तेदार का उसके साथ होना जरूरी है। इसके अलावा आदेश में साफ कहा गया था कि वाहनों के चालक और मालिक ऐसी महिलाओं को यात्रा न कराएं, जिन्होंने बुर्का या हिजाब नहीं पहन रखा हो।

शादियों, कारों में म्यूजिक पर पाबंदी
अफगानिस्तान की मौजूदा सरकार के कार्यकाल में कारों के अंदर गाने बजाने पर भी रोक है। होटल मालिकों से कहा गया है कि वे शादियों के दौरान लाइव म्यूजिक न बजाएं। यही नहीं, महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग हॉल में इंतजाम करें। यही नहीं, तालिबान ने फिल्मों, खासकर विदेशी फिल्मों को भी शरिया के विरुद्ध बताते हुए रोक लगा रखी है। तालिबान ने पिछले साल नवंबर में फरमान जारी करके टीवी चैनलों पर दिखने वाली पत्रकारों के लिए भी हिजाब पहनना अनिवार्य कर दिया था।

एक-साथ काम करने की मनाही
दफ्तरों में महिलाओं और पुरुषों के एक-साथ एक ही छत के नीचे काम करने पर रोक लगा दी थी। महिलाएं दफ्तरों और कार्यस्थलों में सिर्फ वही काम कर सकती हैं, जो पुरुषों से नहीं करवाया जा सकता। महिलाओं और पुरुषों के एकसाथ पार्क में जाने की भी मनाही है। तालिबान सरकार के आदेश के मुताबिक, महिलाएं सिर्फ रविवार, सोमवार और मंगलवार को ही पार्क जा सकती हैं। जबकि पुरुष बाकी के चार दिन. दोनों एकसाथ पार्क में दाखिल नहीं हो सकते।

फैशन पर पाबंदी
महिलाओं पर तमाम तरह की पाबंदियां हैं। जैसे तालिबान के राज में वो हाई हील की सैंडल नहीं पहन सकतीं। ऐसा कोई फुटवियर नहीं पहन सकती, जिससे आवाज आती हो। महिलाएं नेल पॉलिश नहीं लगा सकतीं। ज्यादा मेकअप करने पर भी रोक है। महिलाओं को फोटो खींचने, वीडियो बनाने आदि की भी सख्त मनाही है। महिलाएं सार्वजनिक स्थान पर ऊंची आवाज में कुछ बोल नहीं सकतीं। बालकनी में खड़ी नहीं हो सकतीं।

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