पाकिस्तानी क्रिकेटरों की ये फितरत है कि वे सुर्खियों में बने रहने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। पहले शाहिद अफरीदी लगातार भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर से पंगा लिया करते थे और जब 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंपों को निशाना बनाया तो अफरीदी ने काफी जहर उगला। अब 'बेरोजगार' शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने एक नया शगूफा छोड़ा है, जो चर्चा का विषय बन गया है।
उलझने का ठेका अफरीदी और शोएब ने लिया : पाकिस्तानी क्रिकेटरों की बदमिजाजी का इतिहास इमरान खान के क्रिकेट जमाने से है, जहां जावेद मियांदाद द्वारा मैदान पर की गई उल-जलूल हरकतें आज भी हंसी का पात्र बनी हुई है। किरण मोरे, मनोज प्रभाकर और हरभजन सिंह के साथ मियांदाद की हरकतें आज भी चटखारे लेकर याद की जाती है। लगता है कि जावेद के बाद भारतीयों से उलझने का यह ठेका अब अफरीदी और शोएब ने ले लिया है।
सेना चीफ मेरे साथ बैठकर रणनीति बनाएं : 'रावलपिंडी एक्सप्रेस' के साथ क्रिकेट मैदान पर मशहूर हुए शोएब अख्तर इसलिए चर्चा में हैं क्योंकि उन्होंने एक पाकिस्तानी न्यूज चैनल के साथ बातचीत में कहा कि मेरा पाकिस्तानी सेना प्रमुख को यह सुझाव है कि वे मेरे साथ बैठे और सेना की रणनीति बनाएं। मैं अपने देश की सेना के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं।
सेना के प्रशय में पल रहे हैं आतंकी संगठन : पाकिस्तान की सेना की प्रशय में पल रहे आतंकी संगठन भारत में घुसपैठ करके, जो नापाक हरकतें कर रहे हैं, यह पूरी दुनिया से छुपा हुआ नहीं है, ऐसे में शोएब का सेना के साथ जुड़ने और रणनीति बनाने के क्या मायने हो सकते हैं? उन्होंने पाकिस्तानी सेना प्रमुख को कहा कि वह किसी के हाथ की कठपुतली बनने के बजाय, देशहित में फैसले ले। यदि मुझे मौका मिले तो मैं पाकिस्तानी सेना के साथ काम करने के लिए तैयार हूं। इसके लिए मुझे यदि घास भी खानी पड़े तो मैं वो भी खा लूंगा।
पाकिस्तानी सेना का बजट बढ़े : शोएब चाहते हैं कि पाकिस्तानी के चीफ मेरे साथ बैठक करें। मैं उन्हें सुझाव दूंगा और मेरे साथ मीटिंग करें। मैं उन्हें ऐसे ऐसे नुस्खे दूंगा, जिसके बाद यदि सेना का बजट 20 फीसदी है तो वह 60 प्रतिशत पर पहुंच जाएगा। शोएब के मुताबिक हम एक-दूसरे की बेइज्जती करते रहेंगे तो इसमें नुकसान हमारा ही होगा।
कारगिल युद्ध में हिस्सा लेना चाहते थे शोएब : भारत के खिलाफ शोएब अख्तर की नफरत का आलम देखिए कि वे कारगिल युद्ध में हिस्सा लेने तक का मन बना चुके थे। शोएब की बात पर भरोसा किया जाए तो उन्होंने कारगिल युद्ध में पाकिस्तानी सेना की तरफ से लड़ने का पूरा मन बना लिया था। यहां तक कि इंग्लिश काउंटी में नॉटिंघम शायर की तरफ से खेलने के लिए 1 लाख 75 हजार पाउंड का प्रस्ताव तक अस्वीकार कर दिया था।
बेरोजगार शोएब अख्तर : असल में शोएब बेरोजगार हैं। पहले वे आईपीएल में कॉमेंट्री करके कुछ पैसा कमा लेते थे लेकिन जब से पाकिस्तानी क्रिकेटरों के आईपीएल में खेलेने और कॉमेंट्री करने पर बैन लगाया है, उनके साथ कई क्रिकेटर भी बेरोजगार हो गए हैं। यूं भी पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड कंगाली के कगार पर है। यही कारण है कि पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर उलटे सीधे बयान देकर सुर्खियां बटोरना चाहते हैं। शोएब तो बीसीसीआई के सामने भारतीय गेंदबाजी कोच बनने का प्रस्ताव तक भेज चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करके फंसे अफरीदी : ज्यादा पुरानी बात नहीं है। इसी साल मई महीने में शाहिद अफरीदी ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी कर डाली थी, जिसका करारा जवाब भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने दिया था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में अफरीदी कश्मीर को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना कर रहे थे, जिस पर गंभीर ने अफरीदी को जमकर लताड़ लगाई थी।
नहीं मिलेगा कश्मीर : गंभीर ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि अफरीदी, इमरान खान और कमर जावेद बाजवा जैसे जोकर ही पाकिस्तान के लोगों को मूर्ख बनाने के लिए भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जहर उगल सकते हैं लेकिन आखिर तक उन्हें कश्मीर नहीं मिलेगा, याद है न बांग्लादेश?
मैदान पर शाब्दिक जंग : गंभीर और अफरीदी के बीच क्रिकेट खेलने के दिनों से ही कड़ी प्रतिद्वंद्विता रही है। दोनों कई बार मैदान में एक दूसरे से भिड़ चुके हैं। 2007 में पाकिस्तान के भारत दौरे के दौरान गुवाहाटी में वन-डे मैच में दोनों के बीच शाब्दिक जंग छिड़ गई थी।
हरभजन बोले- कोई रिश्ता नहीं रखना चाहता : भारत के दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा था कि अब वे पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी के साथ कोई भी रिश्ता नहीं रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जब से शाहिद ने कश्मीर के बारे में ट्वीट किया उसके बाद से उनसे कोई रिश्ता नहीं रह गया। हरभजन ने कहा था कि हमारे देश के बारे में प्रधानमंत्री को लेकर जो कुछ भी उन्होंने विचार जाहिर किए, वह किसी भी तरह से स्वीकार करने योग्य बात नहीं है।
युवराज ने भी जताई थी नाराजगी : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराजसिंह ने पूर्व पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफरीदी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए बयान पर नाराजगी जाहिर की थी। युवी ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर पाक क्रिकेटर के बयान पर निराशा जताई थी और कहा कि वो ऐसे शब्दों को कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे।