Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

चीन का नया संकट… तो क्‍या चीन में मह‍िलाएं रख सकेंगी एक से ज्‍यादा पत‍ि!

हमें फॉलो करें चीन का नया संकट… तो क्‍या चीन में मह‍िलाएं रख सकेंगी एक से ज्‍यादा पत‍ि!
, शुक्रवार, 12 जून 2020 (15:00 IST)
अब लैंगिक असमानता से चीन में हालात खराब
अविवाहित पुरुषों की बढ़ती तादाद बना नया संकट
साल 2050 तक चीन में 3 करोड़ पुरुष अविवाहित रह जाएंगे

कोरोना वायरस की भयंकर त्रासदी झेल चुके चीन में अब नया संकट पैदा हो गया है। चीन अब लैंग‍िक असमानता की मार झेल रहा है।

दरअसल चीन में अविवाहित पुरुषों की बढ़ती तादाद संकट का कारण बन रही है। लैंगिक असमानता की वजह से चीन में हालात इतने ज्‍यादा खराब हो गए हैं कि एक र‍िपोर्ट के मुताब‍कि साल 2050 तक यहां 3 करोड़ पुरुष अविवाहित रह जाएंगे।

इस संकट से न‍िपटने के ल‍िए अब तरह-तरह के समाधान भी सामने आ रहे हैं। चीन के एक प्रोफेसर ने अधिकारियों को एक क्रांतिकारी बदलाव करने का सुझाव दिया है। उन्‍होंने कहा कि सरकार को महिलाओं को दो या दो से अधिक पति रखने का अधिकार देना चाहिए।

चीनी अर्थशास्‍त्री यी कांग एनजी ने कहा कि महिलाओं को कुछ समय के लिए दो या उससे अधिक पति रखने का अधिकार देने से इस सामाजिक समस्‍या का समाधान हो सकता है। उन्‍होंने कहा कि उनके इस सुझाव को अगर मान ल‍िया जाता है तो देश में बढ़ रही अविवाहित लोगों की तादाद को पत्‍नी और खुशी मिल सकेगी। प्रोफेसर एनजी फूदान यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं।

एनजी ने कहा कि बढ़ती प्रतिस्‍पर्धा की वजह से अविवाहित दूल्‍हों के लिए आने वाले समय में योग्‍य दुल्‍हन की तलाश करना बेहद कठिन काम होगा। उन्‍होंने कहा कि अधेड़ उम्र के अविवाहित व्‍यक्ति के लिए दुल्‍हन का दिल जीतने के लिए युवाओं से प्रतियोगिता करनी होगी। वह भी तब जब दुलहनों की तादाद बहुत कम है। उन्‍होंने कहा,

'(यदि पुरुष की) स्‍वाभाविक जैविक और मनोवैज्ञानिक आवश्‍यकता ठीक ढंग से पूरी नहीं होगी तो इसका निश्चित रूप से उनकी खुशी पर बुरा असर पड़ेगा।'

चीनी अर्थशास्‍त्री ने इस संकट के समाधान के लिए दो सुझाव द‍िए हैं। पहला-वेश्‍यावृत्ति को कानूनी रूप दिया जाए और दूसरा बहुविवाह प्रथा को मंजूरी। इसके तहत महिला को कानूनी तरीके से दो या उससे अधिक पति रखने का हक दिया जाए। चीनी कानून के मुताबिक अभी तक केवल एक शादी की ही अनुमति है। उन्‍होंने कहा कि तिब्‍बत में पहले से ही यह प्रथा चली आ रही है। उन्‍होंने कहा कि उनके जैसे कई लोग हैं जो यह चाहते हैं कि पत्‍नी न होने से अच्‍छा है कि पत्‍नी को साझा कर ल‍िया जाए।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

निजी अस्पतालों के अत्यधिक फीस वसूलने पर निर्देश देने से हाई कोर्ट का इंकार