पेरिस। इस्लामिक राष्ट्र सऊदी अरब में महिलाओं को कार ड्राइविंग करने पर कभी गिरफ्तार कर लिया जाता था, लेकिन हाल ही में ड्राइविंग पर लगा प्रतिबंध हटने के बाद महिलाएं अब कार चला सकती है। आश्चर्य तो यह है कि असील अल हमद नाम की महिला फॉर्मूला वन कार चलाकर अपने देश की पहली महिला बन गई है।
एफ वन टीम रैनो ने जब उन्हें यह मौका दिया तो असील ने फ्रेंच ग्रां प्री से पहले ले कास्टेलेट सर्किट पर यह कार चलाई। असील रैनो टीम की 'पैशन परेड' का हिस्सा हैं। सऊदी अरब की मोटर स्पोर्ट्स की पहली महिला सदस्य असील यहां वही कार चलाती दिखीं जिससे 2012 में अबू धाबी में किमी राइकोनेन ने जीत दर्ज की थी।
28 साल के संघर्ष के बाद सऊदी अरब की महिलाओं को रविवार से ड्राइविंग का हक मिला। महिलाएं शनिवार रात 12 बजे ही कार लेकर निकलीं और जश्न मनाया।
सऊदी अरब में प्रतिबंध हटने के बाद अब तक 1 लाख 20 हजार महिलाओं ने लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। सऊदी अरब गृह मंत्रालय और ट्रैफिक डिपार्टमेंट की ओर से रविवार को यह जानकारी दी गई। 2020 तक 30 लाख महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस मिलेगा। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक पाबंदी हटने से 2030 तक सऊदी इकोनॉमी को 6 लाख करोड़ रुपए का फायदा होगा। सालाना 70 हजार महिलाएं वर्कफोर्स में शामिल होंगी। करीब दो लाख विदेशी ड्राइवरों की छुट्टी होगी। (एजेंसी)