लंदन। सांताक्लॉज भले ही दुनियाभर में बच्चों का चहेता हो लेकिन ब्रिटेन के डॉक्टरों का मानना है कि शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए वह एक गलत उदाहरण पेश करता है। रॉयल कॉलेज ऑफ जनरल प्रैक्टिशनर के अनुसार सदियों से शेरी पीने, कीमे के पाइज खाने और लोगों तक तोहफे पहुंचाने के लिए रातभर काम करने से सांता का स्वास्थ्य काफी खराब हो सकता है। रॉयल कॉलेज ऑफ जनरल प्रैक्टिशनर ब्रिटेन में डॉक्टरों का एक पेशेवर संगठन है।
उसके अनुसार लोग अपने घरों के बाहर उसके रैन्डियर के लिए गाजर और उसके लिए कीमे के पाइज एवं कुकीज रखते हैं, इससे यकीनन सांता का बीएमआई असाधारण रूप से काफी अधिक होगा।
आरसीजीपी के एक बयान के अनुसार मोटापे के कारण उच्च रक्तचाप, मधुमेह, फैटी लिवर और कैंसर जैसी कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। दूसरी ओर यह बात भी साफ नहीं है कि सांता के घर पर कोई है या नहीं और इससे उसे अकेलापन महसूस होने का खतरा भी बढ़ जाता है। गंभीर परिस्थिति होने पर अकेलापन और सामाजिक अलगाव उसके स्वास्थ्य एवं सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
आरसीजीपी की अध्यक्ष हेलेन स्टोक्स लंपार्ड ने कहा कि सांताक्लॉज लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करने का एक शानदार उदाहरण पेश करता है और लेने से ज्यादा देने का पाठ भी पढ़ाता है। लेकिन इसके साथ ही वह स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करने के लिए सेंटा को अधिक प्रयास करने होंगे। (भाषा)