अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन-मैडिसन के प्रोफेसर यी फुक्सियान का दावा है कि भारत आबादी के लिहाज से चीन से आगे निकल गया है। आंकड़ों के लिहाज से अभी तक माना जाता रहा है कि दुनिया में सबसे बड़ी आबादी चीन की है।
वॉशिंगटन पोस्ट के अनुसार प्रोफेसर यी फुक्सियान ने चीन में परिवार नियोजन से जुड़े बेहद सख्त नियमों के खिलाफ लंबे समय तक अभियान चलाया है। बीजिंग के एक कॉन्फ्रेंस में यी ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि पिछले 26 साल में चीन के सांख्यिकीविदों ने चीन की आबादी का अनुमान ज्यादा लगाया है। उनके मुताबिक फर्टिलिटी रेट बढ़ने के कारण करीब चीन की आबादी का अनुमान करीब 90 करोड़ ज्यादा लगाया गया है। इस लिहाज से 2016 खत्म होने पर चीन की आबादी 1.29 अरब होती।
बुधवार को गार्डियन को दिए इंटरव्यू में शिक्षाविदों ने बार-बार अपना दावा दोहराया। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि चीन की आबादी करीब 1.29 अरब है लेकिन सरकार का मानना है कि चीन की जनसंख्या 1.38 अरब है। भारत में फिलहाल करीब 1.32 अरब की जनसंख्या होगी।'
यी ने दलील दी कि उनके नतीजे इस बात की तरफ इशारा करते हैं कि बुजुर्गों की बढ़ती आबादी के संकट से निपटने के लिए चीन को तत्काल जनसंख्या नियंत्रण संबंधी सभी सख्त नियम खत्म कर देने चाहिए।
गौरतलब है कि चीन ने 2015 में एक बच्चे की पॉलिसी को बदलते हुए देश में दो बच्चों वाली नीति को लागू की थी। प्रोफेसर यी का कहना था कि उन्हें उम्मीद है कि उनकी विवादास्पद पड़ताल चीन में जनसंख्या को लेकर इस खतरनाक ट्रेंड पर बहस छेड़ेगी। उन्होंने इसे इस मुल्क की सर्वोच्च समस्या करार दिया। (एजेंसी)