रोम। इतालवी किसान क्रिस्टियन मलोकोसी को अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा था, जब उसके 8 कुत्तों में से एक, स्पीलाचिया ने एक हरे रंग के कुत्ते के पिल्ले बच्चे को जन्म दिया था।
समाचार एजेंसी 'रायटर' की खबर के अनुसार 9 अक्टूबर को पैदा हुए 5 कुत्ते के बच्चों में से एक कुत्ते के बच्चे का रंग हरा है। पिस्ते के कलर का। यही कारण है कि इस अनोखे रंग के कुत्ते के बच्चे को पिस्ताचो नाम दिया गया है। नवजात 4 कुत्ते के बच्चे सफेद फर वाले हैं। ये चारों बच्चे अपनी मां पर गए हैं सिवाय पिस्ताचो के।
सार्दिनिया के भूमध्यसागरीय द्वीप पर मलोकोसी अपने बहनोई गियानन्गेलो लिपेरी के साथ खेती का काम करते हैं। कुत्ते के लिए हरे रंग के फर के साथ पैदा होना बेहद दुर्लभ है। यह सोचा जाता है कि यह तब होता है, जब पीले रंग के पिल्लों का अपनी माँ के गर्भ में एक हरा वर्णक होता है, जिसे बिल्विनडिन कहते हैं। यह वही रंगद्रव्य है, जो ब्रूस में हरे रंग का कारण बनता है।
पिस्ताचो भले ही हरे रंग के साथ जन्मा हो लेकिन उसके शरीर हरा कलर सदैव कायम नहीं रहेगा। जन्म के बाद से हरे रंग की चमक दिन-ब-दिन फीकी पड़ती जा रही है। जैसे-जैसे वह बड़ा होगा, हरा रंग भी जाता जाएगा।
किसान मलोकोसी ने कहा कि मैंने पिस्ताचो को दूसरे कुत्तों से अलग कर दिया है। अब वह अपनी मां स्पीलाचिया के साथ मेरे खेत पर ही रहेगा और मैं उसे अपनी भेड़ों की देखभाल के लिए प्रशिक्षित करूंगा।
मलोकोसी ने यह भी कहा कि कोरोनोवायरस महामारी के इन कठिन समय के दौरान, हरा रंग आशा और भाग्य का प्रतीक है, इसलिए शायद इसका मतलब यह था कि पिस्ताचो लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला सकता है।