पोप के विशेष विमान से। पोप फ्रांसिस ने सोमवार को कहा कि उन्हें डर है कि वेनेजुएला में छा रहे राजनीतिक संकट से 'रक्तपात' हो सकता है। पहले लातिन अमेरिकी पोप ने पनामा से वापसी के दौरान विमान में पत्रकारों से कहा कि पता है कि मुझे किस बात का डर है? रक्तपात का।
उन्होंने कहा कि हिंसा की समस्या मुझे भयभीत करती है। उधर संवाद समिति एपी के अनुसार विपक्षी नेता जुआन गुएडो को अमेरिका द्वारा अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मान्यता को भले ही ट्रंप प्रशासन वेनेजुएला में लोकतंत्र की बहाली के लिए एकमात्र रास्ता बता रहा हो लेकिन लोगों के जेहन में स्थिति बिगड़ने की आशंका बलवती होती जा रही है।
काराकास में बिगड़ती स्थिति के मद्देनजर रोजमर्रा के सामान जुटा रही सेवानिवृत्त सचिव एलिजाबेथ पिनेडा कहती है कि उसे समाजवादी राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के जल्दी और चुपचाप हथियार डाल देने की संभावना नजर नहीं आती है। उसने कहा कि सरकार और बुरे निर्णयो और बेशर्मी से हमारा गला घोंटने जा रही है।
अर्थशास्त्रियों के बीच इस बात पर सहमति है कि जुआन गुएडो और निकोलस मादुरो के बीच टकराव जितना ही लंबा खिंचेगा, आम लोगों की परेशानियां उतनी ही बढ़ सकती हैं।
निर्णायक सेना के समर्थन से लैस मादुरो ने अमेरिका पर गुएडो को अपने आपको अंतरिम राष्ट्रपति घोषित करने के लिए प्रोत्साहित कर तख्तापलट की साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने उस पर उन देशों के राग की अगुवाई करने का भी आरोप लगाया जिन्होंने गुएडो के शासन को तत्काल मंजूरी दे दी। (भाषा)