सियोल। दक्षिण कोरिया की यात्रा पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब आतंकवाद पर सिर्फ बात करने का नहीं बल्कि उसके खिलाफ कड़े एक्शन लेने का वक्त है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुई आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा और पाकिस्तान से आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वैश्विक समुदाय के एकजुट होने और ठोस कार्रवाई करने का समय आ गया है।
मोदी ने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई इन के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, 'अब समय आ गया कि वैश्विक समुदाय बातों से आगे बढ़कर इस समस्या के विरोध में एकजुट होकर कार्रवाई करे।'
पुलवामा हमले के बाद भारत के प्रति संवेदना और सहयोग जताने के लिए मून को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि भारत कोरियाई गणराज्य का आभार व्यक्त करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय गृह मंत्रालय और कोरियन नेशनल पुलिस के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर दोनों पक्षों की ओर से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग की दिशा में एक विशेष कदम है।
उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया के साथ हमारे बढ़ते पार्टनरशिप में रक्षा क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारतीय सेना में के-9 वज्र आर्टिलरी को शामिल करना इसका एक बड़ा उदाहरण है।
राष्ट्रीय समाधि स्थल पर मोदी : इससे पहले भारतीय प्रधानमंत्री राष्ट्रीय समाधि स्थल पहुंचे और उन्होंने कोरियाई युद्ध में मारे गए सैनिकों सहित अन्य सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने कोरिया गणराज्य के राष्ट्रीय समाधि स्थल पर पुष्पचक्र अर्पित किया तथा जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यहां एक लाख 65 हजार सैनिकों के अवशेष दफन हैं।'
सियोल राष्ट्रीय समाधिस्थल की स्थापना 1956 में हुई थी जहां कोरिया के सैनिकों को दफनाया जाता है। इसके अलावा कोरियाई स्वतंत्रता अंदोलन,कोरियाई युद्ध और वियतनाम युद्ध में मारे गए सैनिकों को भी यहां स्थान दिया जाता है। प्रधानमंत्री के सम्मान में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ इन के आधिकारिक आवास पर रस्मी स्वागत समारोह आयोजित किया गया।
कुमार ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री मोदी का द ब्लू हाउस में आधिकारिक स्वागत किया गया। यह सियोल में राष्ट्रपति का कार्यकारी कार्यालय तथा आधिकारिक आवास है।'
मोदी, राष्ट्रपति मून जेइ इन के आमंत्रण पर दक्षिण कोरिया आए हैं। 2015 के बाद से प्रधानमंत्री मोदी की कोरिया गणराज्य की यह दूसरी यात्रा है और राष्ट्रपति मून जेइ इन के साथ यह उनकी दूसरी शिखर बैठक है।
प्रधानमंत्री यहां ‘सियोल पीस प्राइज’ भी ग्रहण करेंगे। इस पुरस्कार की घोषणा पिछले वर्ष अक्टूबर में सियोल पीस प्राइज फाउंडेशन ने की थी।