ओसाका। G-20 शिखर सम्मेलन के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है जो न सिर्फ बेगुनाहों की हत्या करता है बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद के सभी रास्ते बंद होने चाहिए और आतंकवाद पर एक इंटरनेशनल सम्मेलन भी होना चाहिए।
जापान के ओसाका शहर में ब्रिक्स नेताओं की अनौपचारिक बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद और जातिवाद का किसी भी जरिए से समर्थन बंद करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। यह सिर्फ निर्दोषों की ही हत्या नहीं करता बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है।’
पीएम मोदी ने कहा, 'निर्णयों पर आधारित बहुपक्षीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार व्यवस्था पर एकतरफा निर्णय और प्रतिद्ंवदिता हावी हो रहे हैं। संसाधनों की कमी इस तथ्य में झलकती हैं। ये बताता है कि इमर्जिंग इकोनॉमी में इंफ्रास्ट्रक्चन निर्माण के लिए 1.3 ट्रिलियन डॉलर की कमी है। विकास और प्रगति को समावेशी और सस्टेनेबल बनाना। क्लाइमेट चेंज सभी के लिए चिंता है। विकास तभी विकास है जब वह असामनता घटाए और सशक्तिकरण को बढ़ाए।'
प्रधानमंत्री जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए ओसाका पहुंचे हैं। यहां जापान के ओसाका में जी-20 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात में आतंकवाद का मुद्दा उठाया।