न्यूयॉर्क। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन का संस्मरण, सुरक्षा समीक्षा और न्याय मंत्रालय से मिली कानूनी चुनौती को पार करने के बाद आधिकारिक रूप से मंगलवार को सामने आ गया। लेकिन सप्ताहांत यह किताब ऐसे रूप में उपलब्ध होने लगी जिसे प्रकाशक भी रोकने की भरसक कोशिश कर रहे हैं।
'द रूम व्हेयर इट हैपन्ड' का एक पीडीएफ इंटरनेट पर नजर आया और इस तरह किताब का पायरेटेड (साहित्यिक चोरी किया गया) संस्करण मुफ्त में उपलब्ध कराया जा रहा है। बोल्टन की इस किताब में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कटु आलोचना की गई है। ट्रंप ने आरोप लगाया है कि पुस्तक में गोपनीय जानकारियां हैं जिन्हें कभी जारी नहीं किया जाना चाहिए था।
किताब के प्रकाशक 'सिमोन एंड शूस्टर' के प्रवक्ता एडम रोथबर्ग ने रविवार को कहा कि हम कॉपीराइट के उल्लंघन के इन स्पष्ट रूप से गैरकानूनी मामलों से निपटने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। प्रकाशकों के लिए साहित्यिक चोरी (पाइरेसी) बड़ी चिंता का विषय रही है खासकर इस डिजिटल युग में, हालांकि ब्रिकी पर इसके असल प्रभाव अभी अनिश्चित हैं।
'द रूम व्हेयर इट हैपन्ड' अमेजन डॉट कॉम की सबसे अधिक लोकप्रिय एवं सबसे ज्यादा बिकने वाली पुस्तकों की सूची में कई दिनों से नंबर 1 पर बनी हुई है। शनिवार को एक न्यायाधीश ने फैसला दिया था कि 'सिमोन एवं शूस्टर' इस पुस्तक को प्रकाशित कर सकती है जबकि ट्रंप प्रशासन दलील देता रहा कि इस किताब में राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया गया है। इस पुस्तक को मार्च में ही प्रकाशित होना था लेकिन व्हाइट हाउस की आपत्ति के बाद इसे 2 बार टाला गया। (भाषा) (फोटो सौजन्य : ट्विटर)