बिआरित्ज। फ्रांस में G-7 शिखर सम्मेलन में अब सबकी नजरें मोदी और ट्रंप की मुलाकात पर लगी हुई हैं। खबरों के अनुसार दोनों नेता दोपहर 3.45 मिनट मिल सकते हैं। माना जा रहा है कि मोदी के सामने ट्रंप कश्मीर का मुद्दा उठा सकते हैं। हालांकि भारत पहले यह साफ कर चुका है कि कश्मीर उसका आतंरिक मामला है। अमेरिकी राष्ट्रपति कश्मीर मामले पर चिंता जताते हुए दोनों देशों के बीच मध्यस्तथा की बात कई बार कह चुके हैं। जम्म-कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात होगी।
फ्रांस के दक्षिण-पश्चिम में समुद्र किनारे स्थित शहर बिआरित्ज में जी-7 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। G-7 विश्व के सात शक्तिशाली देशों का संगठन है। भारत इसका सदस्य नहीं है, इसके बाद भी भारत को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 1.30 G-7 शिखर सम्मेलन के जलवायु सेशन में हिस्सा लेंगे। इसके बाद वे फ्रांस के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी मुलाकात करेंगे।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री को दी एशेज जीत की बधाई : पीएम मोदी ने ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन से मुलाकात के शुरुआत में उन्हें एशेज सीरीज में इंग्लैंड क्रिकेट टीम की जीत पर बधाई दी। इंग्लैंड की टीम ने एशेज सीरिज में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई। इसके अलावा व्यापार, निवेश, रक्षा और सुरक्षा, और शिक्षा क्षेत्र में मिलकर काम करने पर चर्चा हुई।
मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव से की मुलाकात : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस से मुलाकात की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री मोदी और संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुतारेस के बीच जी-7 शिखर सम्मेलन के इतर मुलाकात हुई। दोनों नेताओं ने विभिन्न विषयों पर सार्थक चर्चा की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिआरित्ज में जी-7 शिखर सम्मेलन के इतर संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुतारेस से मिले। संयुक्त राष्ट्र में ‘क्लाइमेट एक्शन समिट’ में भारत की भागीदारी और आपसी हित के मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ।
दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के भारत सरकार के फैसले की पृष्ठभूमि में हुई है। दोनों नेता यहां जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आए हैं। इस महीने के आरंभ में गुतारेस ने भारत और पाकिस्तान से ‘अधिकतम संयम’ बरतने का अनुरोध किया था।