कोलंबो। श्रीलंका में जबर्दस्त तूफान के साथ कई क्षेत्रों में भारी बारिश होने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और करीब बीस हजार लोग प्रभावित हुए।
तूफान से वायु यातायात एवं जरूरी सेवाएं भी बाधित हुईं। मध्य, पश्चिमी और दक्षिणी प्रांतों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। मध्य पर्वतीय जिलों में कई मकान आशिंक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए और बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। पुलिस ने बताया कि भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण कल रात कम से कम सात लोगों की मौत हो गई।
करीब बीस हजार लोग प्रभावित हुए और दोपहर तक पांच लोग लापता थे। कोलंबो राष्ट्रीय अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि कम से कम 15 लोग घायल हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है।
इस बीच, श्रीलंकाई प्रधानमंत्री रानिल विक्रमासिंघे ने संसद को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने खराब मौसम की वजह से प्रभावित हुए प्रत्येक परिवार को 10,000 रुपए आपात सहायता के रूप में देने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
मौसम विभाग ने एक बयान में कहा, द्वीप में लगभग 60-70 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और भारी बारिश का अनुमान है। राहत एवं बचाव अभियानों में मदद के लिए सेना की तैनाती की गई है।
दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण मौसम खराब हुआ और इसके बाद यह गहरे दबाव के क्षेत्र में बदल गया। आपदा प्रबंधन के अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन की आशंका वाले मध्य पर्वतीय इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है क्योंकि नदियों में जल स्तर बढ़ रहा है। (भाषा)