Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

फ्रांस में लगे 'मोदी है तो मुमकिन है' के नारे, 370 पर पीएम ने दिया बड़ा बयान

हमें फॉलो करें फ्रांस में लगे 'मोदी है तो मुमकिन है' के नारे, 370 पर पीएम ने दिया बड़ा बयान
, शुक्रवार, 23 अगस्त 2019 (15:08 IST)
पेरिस। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों फ्रांस के दौरे पर है। वह जहां जाते हैं माहौल मोदी मय हो जाता है। भारतीय समुदाय से मिलने जब मोदी पहुंचे तो वहां 'मोदी है तो मुमकिन है' के नारों से उनका स्वागत हुआ। उन्होंने Article 370 पर एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि गांधी के देश में अब टेंपररी के लिए कोई जगह नहीं है। 
 
उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि 5 सालों में सकारात्मक बदलाव हुए हैं। बदलाव के केन्द्र में गांव, गरीब, युवा और किसान हैं। उन्होंने कहा कि फुटबॉल प्रेमियों को गोल की अहमियत मालूम है। कुछ हासिल करना है तो गोल करना ही होगा।
 
उन्होंने कहा कि इन दिनों पेरिस राम में रमा हुआ है लोग राम की भक्ति में डूबे हुए हैं। मोरारी बापू की रग रग में राम बसे हुए हैं। फ्रांस और भारत की दोस्ती अटूट है। सुख दुख में साथ देने का नाम ही दोस्ती है।
 
मोदी ने कहा कि भारत फ्रांस संबंधों की दूसरी विशेषता है कि हम चुनौतियों का सामना ठोस कार्रवाई से करते हैं। दुनिया में climate change की बातें तो बहुत होती है मगर उन पर Action होता हुआ कम ही दिखाई देता है। हमने राष्ट्रपति मेंक्रों के साथ मिलकर International Solar Alliance की पहल की।

 
मोदी ने कहा कि भारत फ्रांस संबंधों की दूसरी विशेषता है कि हम चुनौतियों का सामना ठोस कार्रवाई से करते हैं। दुनिया में climate change की बातें तो बहुत होती है मगर उन पर Action होता हुआ कम ही दिखाई देता है। हमने राष्ट्रपति मेंक्रों के साथ मिलकर International Solar Alliance की पहल की।
 
मोदी ने कहा कि आजकल हम 21वीं सदी के INFRA की बात करते हैं। IN प्लस FRA यानि INDIA और FRANCE का Alliance: Solar Infra से लेकर Social Infra तक, Technical Infra से लेकर Space Infra तक, Digital Infra से लेकर Defence Infra तक,भारत और फ्रांस का Alliance मजबूती से आगे बढ़ रहा है।
 
उन्होंने कहा कि आज अगर भारत और फ्रांस दुनिया के बड़े खतरों से लड़ने में नजदीकी सहयोग कर रहे हैं तो उसका कारण भी यह साझा मूल्य ही है। चाहे वह आंतकवाद हो या फिर climate change। लोकतंत्र के मूल्यों को इन खतरों से बचाने की हमारी collective responsibility को हमने भली भांति स्वीकारा है। 
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

शेरिंगवुड स्कूल में जन्माष्टमी की धूम, कृष्ण के मनमोहन स्वरूप में दिखे बच्चे