कहां से आया पृथ्वी पर पानी?

Webdunia
सोमवार, 22 जनवरी 2018 (18:35 IST)
बोस्टन। एक नए अध्ययन के अनुसार ऐसा संभव है कि सौरमंडल की उत्पत्ति के बाद पहले 20 लाख वर्षों में पृथ्वी पर पानी उल्कापिंड लेकर आए हों। यह बात मैसाचुसेट्‍स इंस्टीट्‍यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के एक शोध में बताई गई है।
 
एमआईटी के शोध में यह भी बताया गया कि 'उल्कापिंडों में पृथ्वी के मौजूदा जल भंडार का 20 प्रतिशत हिस्सा था।' सौरमंडल की उत्पत्ति के बाद पहले 20 लाख वर्षों में पृथ्वी पर पानी उल्कापिंड लेकर आए हों क्योंकि पानी और कार्बन जैसे तत्व पृथ्वी पर जीवन के लिए जरूरी अवयय हैं। 
 
शोधकर्ता यह जानना चाहते हैं कि वे हमारी पृथ्वी पर कब आए। मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के शोध छात्र एडम सैराफियान ने कहा,‘हम जितने संभव हों उतने उल्कापिंडों के मूल स्वरूप की जांच कर रहे हैं ताकि यह पता कर सकें कि वे शुरूआती सौरमंडल में कहां थे और उनके पास कितना पानी था।’ 
 
शोध दल को पता चला कि मूल उल्कापिंडों में संभवत: पृथ्वी के मौजूदा जल भंडार का 20 प्रतिशत हिस्सा था। सैराफियान ने कहा,‘यह मानना आसान है कि पृथ्वी के पूरी तरह से जन्म लेने से पहले से ही पानी बहुत शुरुआत में ही जमा होना शुरू हो गया होगा।’ 
 
उन्होंने कहा,‘इसका मतलब है कि जब पृथ्वी इतनी ठंडी हो गई कि वहां सतह पर पानी स्थिर रह सके, तब वहां पहले से ही पानी था।’

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

भारतीय छात्रों को जस्टिन ट्रूडो ने दिया बड़ा झटका, कनाडा ने फास्ट-ट्रैक वीजा किया समाप्त

हिमाचल में तेज हुई समोसा पॉलिटिक्स, BJP MLA ने CM को भेजे 11 समोसे

यूपी CM के पहनावे को लेकर अखिलेश यादव का तंज, सिर्फ कपड़ों से कोई योगी नहीं बनता

जमानत याचिका मामले में SC ने दिखाई सख्‍ती, कहा- एक दिन की देरी मूल अधिकारों का उल्लंघन

खरगे ने BJP पर लगाया भड़काऊ भाषणों के जरिए मूल मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने का आरोप

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: बाइडेन और डोनाल्ड ट्रंप की होगी मुलाकात

CM मोहन यादव ने लाड़ली बहनों के खाते में ट्रांसफर किए 1573 करोड़ रुपए

भारतीय छात्रों को जस्टिन ट्रूडो ने दिया बड़ा झटका, कनाडा ने फास्ट-ट्रैक वीजा किया समाप्त

हिमाचल में तेज हुई समोसा पॉलिटिक्स, BJP MLA ने CM को भेजे 11 समोसे

PM मोदी बोले- उत्तराखंड में चल रहा विकास का महायज्ञ, लोगों से किए ये 9 आग्रह

अगला लेख
More