मेडिटेशन, ध्यान और योगा। चाहे जो इसे कह लीजिए। ये फायदेमंद है। दिल से लेकर दिमाग तक सुकून पहुंचाता है और साफतौर पर इसका असर शरीर पर दिखता है। भारत में तो इसके फायदों के बारे में कई सालों से कहा जा रहा है, लेकिन वैज्ञानिकों की रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि ध्यान या मेडिटेशन आपके पूरे शरीर और अंगों के लिए जबरदस्त फायदेमंद है।
ये हमारे दिल से लेकर दिमाग तक बदलाव करता है, कैसे और क्या बदलाव होते है, एक रिपोर्ट में सामने आया है। आइए जानते हैं।
साइंस फोकस की रिपोर्ट कहती है, मेडिटेशन दिमाग पर कई तरह से असर छोड़ता है जो इंसान को रिलैक्स महसूस कराता है।
मेडिटेशन का दिल पर असर जानने के लिए एक स्टडी हुई। रिसर्च में यह सामने आया है कि नियमित तौर पर मेडिटेशन करने पर बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है। ऐसे लोग जिन्हें हाई बीपी की शिकायत है उन्हें मेडिटेशन करने पर राहत मिल सकती है। इसके साथ ही गुस्से में भी कमी आती है।
रिपोर्ट कहती है, ब्रेन का एक हिस्सा ऐसा होता है। जो इमोशंस, डर और गुस्से को कंट्रोल करता है। जब इंसान मेडिटेशन करता है तो यह हिस्सा कम सक्रिय रहता है। नतीजा, तनाव और बेचैनी में कमी आती है। इसे रेग्युलर करने से तनाव और बेचैनी का खतरा घटता है।
मेडिटेशन का असर पेट पर भी देखा गया है। कई रिसर्च में यह सामने आया कि मेडिटेशन पेट से जुड़ी कई बीमारियों जैसे- अल्सरेटिव कोलाइटिस में सुधार देखा जाता है।
मेडिटेशन करने पर शरीर में स्ट्रेस पैदा करने वाले हॉर्मोंस में कमी आती है। नतीजा, इसका असर शरीर पर साफ दिखाई देता है।
इसका असर दर्द पर भी देखा गया है। मेडिटेशन करने पर मांसपेशियां रिलैक्स हो जाती हैं। नतीजा लोअर बैक पेन में कमी आती है। इसलिए पेन किलर से बचा भी जा सकता है और दर्द से भी राहत मिलती है। इसके अलावा फिजिकल इंजरी में रिकवरी तेज होती है।