काठमाण्डू। नेपाल की राजधानी काठमाण्डू में आयोजित 'मिस्टर गे' का खिताब इस साल मनिन्द्र सिंह को दिया गया है। इसके पहले 2013 में इस खिताब को विश्वराज अधिकारी ने हासिल किया था। अब तक दो बार नेपाल में मिस्टर गे प्रतियोगता का आयोजन हो चुका है।
इस प्रतियोगिता की आयोजक ब्लू डायमंड सोसायटी के लोगों का मानना है कि नेपाल धीरे-धीरे विकास कर रहा है। समलैंगिक समुदाय के अधिकारों के लिए लगातार आवाज उठाने वाले इस संगठन के अनुसार, भले ही नेपाल में समलैंगिकता को स्वीकार लिया गया है, लेकिन अभी भी इस समुदाय के लोगों को अपने हक के लिए लड़ना होगा।
आयोजकों के अनुसार, मिस्टर गे खिताब से नवाजे गए व्यक्ति से उम्मीद की जाती है कि वह आम लोगों को समलैंगिकता के विषय में सही जानकारी देकर इससे जुड़े भ्रम को समाप्त करने की दिशा में कदम उठाएगा।
नेपाली मीडिया के मुताबिक, मनिन्द्र सिंह मिस्टर गे प्रतियोगता के पहले विजेता रहे, इसके लिए उन्हें 50000 हजार रुपए की राशि दी गई है और बिरेन्द्र चौधरी और तीसरे स्थान पर अनुज पीटर राय रहे।
समलैंगिकता के क्षेत्र में काम करने वाले इस संगठन ने इस खास कार्यक्रम का आयोजन इसलिए किया था ताकि समुदाय से जुड़े लोग खुलकर सामने आएं और अपने अधिकारों के लिए खड़े हों। (वार्ता)