माले। मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन की ओर से आपातकाल की घोषणा के कुछ घंटों बाद ही देश के चीफ जस्टिस अब्दुल्ला सईद और सुप्रीम कोर्ट के एक अन्य न्यायाधीश को मंगलवार तड़के गिरफ्तार कर लिया गया।
सुरक्षा बलों के माले स्थित शीर्ष अदालत परिसर पहुंचने के बाद पुलिस ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि न्यायमूर्ति अब्दुल्ला सईद और न्यायमूर्ति अली हमीद के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप हैं।
अमेरिका ने की यह अपील : अमेरिका ने आपातकाल लगाने के मालदीव सरकार के फैसले पर निराशा और चिंता जताते हुए राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन से कानून का पालन करने और सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करने की अपील की है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा कि अमेरिका, मालदीव के राष्ट्रपति यामीन द्वारा आपातकाल घोषित किए जाने की खबर से चिंतित एवं निराश है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति, सेना और पुलिस सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करने में विफल रही, जो संविधान एवं कानून के शासन के खिलाफ है।
हीथर ने कहा कि अमेरिका राष्ट्रपति यामीन, सेना और पुलिस से कानून का पालन करने, सु्प्रीम कोर्ट और आपराधिक अदालत के फैसले को लागू करने, संसद की उचित कार्य प्रणाली सुनिश्चित करने और मालदीव के लोगों एवं संस्थाओं को संविधान में प्रदत्त अधिकारों को बहाल करने की मांग करता है।
मालदीव में क्यों लगा आपातकाल : मालदीव में गहराते राजनीतिक संकट के बीच यामीन ने सोमवार को 15 दिन का आपातकाल लगा दिया था। मालदीव की सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद और विपक्ष के अन्य नेताओं की तत्काल रिहाई के आदेश के बाद देश में यह संकट उत्पन्न हुआ।