काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली अपने 5 दिन के दौरे पर चीन के लिए निकलेंगे। उनकी यात्रा 19 जून से 24 जून तक मानी जा रही है। यह यात्रा अंतरराष्ट्रीय संबंधों के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार इस दौरे में चीन और नेपाल के बीच कई तरह के समझौते भी होने हैं। ओली के पुनर्निर्वाचन के बाद उनकी यह पहली चीन यात्रा होगी।
इस यात्रा में कई तरह के समझौतों पर बात की जाएगी जिसमे सबसे प्रमुख है ऊर्जा संबंध और दोनों देशो के मध्य क्रॉस बॉर्डर रेलवे लाइन का निर्माण। इस रेलवे लाइन का निर्माण केरुंग (तिब्बत) से काठमांडू (नेपाल) के बीच होगा। माना जा रहा है कि इस निर्माण से नेपाल और चीन के बीच पर्यटन बढ़ने की संभावनाएं हैं। यह नेपाल के लिए फायदे का सौदा साबित होने वाला है, क्योंकि चीन से बड़ी तादाद में पर्यटक नेपाल पहुंचते हैं।
इस गोष्ठी में इंडिया-नेपाल चीन इकॉनॉमिक कॉरिडोर पर भी चीन की तरफ से वार्ता की जाएगी। इस यात्रा से चीन और नेपाल के संबंधों में सुधार की कामना की जा रही है। चीन और नेपाल के बीच इस रेलवे लाइन को बनने में 4 साल की समयावधि का अंदाजा लगाया जा रहा है। दोनों देशो के बीच और भी कई मुद्दों पर बात की जाएंगी।