कर्नाटक से फैला हिजाब विवाद मालेगांव होता हुआ अब इंटरनेशनल हो गया है। इस विवाद से जुड़ा एक वीडियो फ्रांसीसी फुटबॉलर पॉल पोग्बा ने शेयर किया है, जिसके बारे में चारों तरफ चर्चा हो रही है।
पॉल पोग्बा ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें छात्राएं हिजाब पहनकर और छात्र भगवा गमछा गले में डालकर नारेबाजी करते दिख रहे हैं।
फ्रांसीसी फुटबॉलर की ओर से शेयर किए गए इस वीडियो में लिखा है, भारत में हिंदुत्व की भीड़ ने कॉलेज में मुस्लिम लड़की को हिजाब पहनने पर परेशान किया
बता दें कि कर्नाटक के स्कूल-कॉलेजों में धार्मिक लिबास हिजाब को लेकर बवाल मचा हुआ है। भारत में इस पर जमकर राजनीति भी हो रही है। मैनचेस्टर यूनाइटेड के इस फ्रांसीसी फुटबॉलर पॉल पोग्बा (Paul Pogba) के इस विवाद में कूदने पर अब हिजाब मामला अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बटोर रहा है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले कर्नाटक के हिजाब विवाद में पाकिस्तान के कई मंत्री भी हस्तक्षेप कर चुके हैं। पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिक को समन देते हुए कहा था कि कर्नाटक में मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनने से प्रतिबंधित करना निंदनीय है।
पाकिस्तान द्वारा इस तरह भारत के अंदरुनी मामले में कूदने की वजह से उसकी यहां सोशल मीडिया में जमकर आलोचना भी हुई थी, कई लोगों ने पाकिस्तान को भारत के मसले से दूर रहने की हिदायत दी थी।
क्या है Hijab Controversy?
हिजाब विवाद की शुरूआत पिछले महीने उडुपी गवर्नमेंट प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज की कुछ छात्राओं के हिजाब पहनकर कॉलेज परिसर में जाने पर हुई थी, जिन्हें कक्षाओं में जाने की अनुमति नहीं दी गई थी।
कॉलेज के अधिकारियों का कहना है कि जो छात्रा पहले बिना हिजाब के आती थीं, वे अब अचानक से हिजाब में आने लगी हैं। बाद में छात्राओं ने बिना हिजाब के कक्षाओं में जाने से इनकार करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
यह मुद्दा एक विवाद बन गया और कर्नाटक के अन्य जिलों के साथ ही अन्य प्रदेशों में भी इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। इसकी वजह से तनाव बना हुआ है और यहां तक कि हिंसा भी हो चुकी है।
वहीं कर्नाटक हाईकोर्ट ने हिजाब विवाद पर सुनवाई करते हुए गुरुवार को आदेश दिया कि अंतिम आदेश तक छात्रों के लिए किसी भी धार्मिक प्रतीक की अनुमति नहीं है। अदालत के इस अंतरिम आदेश के बाद अब स्कूल-कॉलेजों में हिजाब और भगवा शॉल दोनों का इस्तेमाल बंद करना होगा। पीठ ने कहा कि राज्य में शांति लौटनी जरूरी है और स्कूल और कॉलेज जल्द ही खुलने चाहिए।
अब यह विवाद कर्नाटक से होते हुए मालेगांव पहुंच गया है। वहां भी हिजाब डे मनाया गया। इसके साथ ही देशभर में इसे लेकर सहमति और असहमति को लेकर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।