येरुशलम। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) के बीच गहरी दोस्ती को पूरी दुनिया जानती है लेकिन नेतन्याहू के बड़े बेटे 29 वर्षीय यैर (Yair) ने एक ऐसी हरकत कर डाली, जिसके कारण उन्हें सार्वजनिक रूप से हिंदुओं से माफी मांगनी पड़ी। असल ने उन्होंने देवी दुर्गा का अपमान किया था, करोड़ों भारतीयों की आस्था का प्रतीक हैं।
क्या है पूरा मामला : यह पूरा मामला एक अपमानजनक ट्वीट को लेकर शुरू हुआ था। रविवार को प्रधानमंत्री के बेटे यैर ने हिंदू देवी दुर्गा की एक तस्वीर ट्वीट की, जिसमें उन्होंने देवी दुर्गा के चेहरे की जगह लिएट बेन एरी का चेहरा लगा दिया था। एरी बेंजामिन नेतन्याहू के ऊपर चल रहे भ्रष्टचार के मामले में अभियोजक हैं। बस यहीं से विवाद शुरू हुआ, जिसके कारण हिंदू आहत हुए और उन्होंने आपत्ति जताई।
यैर को हुआ गलती का अहसास : सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहने वाले यैर (Yair) को भी महसूस हुआ कि उन्होंने बहुत बड़ी गलती कर दी है। इसके बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए अपमानजनक ट्वीट को डिलिट कर दिया। सनद रहे कि यैर हमेशा अपने पिता की नीतियों का बचाव करते नजर आते हैं।
भारतीय दोस्तों ने बताई गलती : यैर (Yair) ने ट्वीट में लिखा, 'मैंने एक पेज से एक मीम ट्वीट किया था, जो कि इजरायली लोकप्रिय हस्तियों की आलोचना करने वाला था। मुझे इस का बात का पता नहीं था कि यह मीम हिंदुओं की आस्था से जुड़ी एक तस्वीर को भी चित्रित करता है। मेरे भारतीय दोस्तों की प्रतिक्रिया आने के बाद मुझे इस बात का पता चला। जैसे ही मुझे इसका पता लगा मैंने ट्वीट हटा दिया, मैं माफी मांगता हूं।'
हिंदू धर्म के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं : इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बेटे के इस ट्वीट पर ट्विटर यूजर्स की अलग-अलग राय है। कुछ भारतीयों ने इस अपमानजनक ट्वीट के लिए उसकी कड़ी आलोचना की है जबकि अन्य लोगों ने हिंदू धर्म के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होने को इसकी वजह बताया है। इजरायल के कुछ लोगों ने अपनी गलती स्वीकार करने और माफी मांगने का साहस दिखाने के लिए यैर की तारीफ की है।
अदालत में मामला : उल्लेखनीय है कि येरुशलम की अदालत में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ धोखाधड़ी, विश्वासघात और घूस लेने के आरोप में मामला चल रहा है। उन्होंने कहा है कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं।
मोदी से दोस्ती निभा रहे हैं बेंजामिन नेतन्याहू : इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू भारत के प्रधानमंत्री मोदी से दोस्ती निभाने में पीछे नहीं है। भारत के साथ मिलकर कोरोना वायरस की जांच के लिए रैपिड जांच किट विकसित कर रही इजराइली अनुसंधानकर्ताओं की एक उच्च स्तरीय टीम सोमवार को यहां पहुंच गई।
ऑपरेशन ब्रेथिंग स्पेस : यह टीम कोरोना वायरस संक्रमण का तेजी से पता लगाने के लिए विकसित की गई उन्नत प्रौद्योगिकी की कारगरता निर्धारित करने को लेकर अंतिम चरण का अनुसंधान करेगी। इस अभियान को 'ऑपरेशन ब्रेथिंग स्पेस' नाम दिया गया है।
कंप्यूटर प्रणाली से नमूनों का विश्लेषण : इजराइल के रक्षा एवं विदेश मंत्रालयों ने कहा है कि इजराइल और भारत के बीच इस अनूठे सहयोग के तहत इजरायली प्रतिनिधिमंडल 10 दिन में हजारों नमूने एकत्र करेगा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के आधार पर कंप्यूटर प्रणाली का इस्तेमाल कर नमूनों का विश्लेषण करेगा। प्रतिनिधिमंडल भारत में अंतिम चरण का अनुसंधान करेगा। विशेष विमान से दर्जनों उन्नत वेंटिलेटर भी सोमवार सुबह इजराइल से यहां पहुंचे थे।
चंद सेकंड में मिलेगी रिपोर्ट : भारत में इजराइल के राजदूत रोन मलका ने कहा कि अगर जांच किट विकसित हो जाती है तो यह चंद सेकंड में रिपोर्ट दे देगी और यह कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।