गाजा सिटी (गाजा पट्टी)। गाजा पट्टी पर सोमवार तड़के भारी हवाई हमले के बाद इसराइल की सेना ने कहा कि उसने चरमपंथियों द्वारा बनाई गई सुरंगों के 15 किलोमीटर लंबे हिस्से और हमास के 9 कमांडरों के मकानों को ध्वस्त कर दिया है।
सप्ताह भर पहले शुरू हुई लड़ाई के दौरान रविवार रात हुआ हवाई हमला एक दिन पहले गाजा सिटी पर हुए हमले से भी भीषण था जिसमें 42 लोग मारे गए थे और तीन इमारतें ध्वस्त हो गई थीं। इसराइल और गाजा के हमास शासकों के बीच ताजा संघर्ष के दौरान यह सबसे भीषण हमला था।
ताजा हमले में लोगों के हताहत होने के संबंध में फिलहाल कोई सूचना नहीं है। गाजा सिटी में तीन मंजिला
इमारत बुरी तरह बर्बाद हो गई है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि सेना ने हमले से 10 मिनट पहले
चेतावनी जारी की थी जिस कारण सभी लोग वहां से हट गए। उन्होंने बताया कि कई बम आसपास के इलाके
में गिरे।
गाजा के मेयर यह्या सराज ने अल-जजीरा टीवी को बताया कि हमलों से सड़कों और अन्य आधारभूत
संरचनाओं को बहुत नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि अगर संघर्ष जारी रहा तो, हमें हालात और बिगड़ने की आशंका है।
संयुक्त राष्ट्र ने पहले ही चेतावनी जारी की है कि क्षेत्र के एक एकमात्र बिजली घर में ईंधन समाप्त होने का
खतरा है और सराज ने बताया कि गाजा के पास मरम्मत के लिए कल-पुर्जों की भी कमी है। गाजा में पहले से
ही 8 से 12 घंटों की बिजली कटौती हो रही है और वहां नल से आने वाला पानी पीने लायक नहीं है।
क्षेत्र की बिजली वितरण कंपनी के प्रवक्ता मोहम्मद ताबेत ने बताया कि संयंत्र के पास गाजा को दो-तीन दिनों
तक बिजली आपूर्ति करने लायक ईंधन है। उन्होंने बताया कि हवाई हमले से आपूर्ति लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है और कंपनी के कर्मचारी उन क्षेत्रों में नहीं जा पा रहे हैं जो लगातार इसराइली हमले की जद में हैं।
यरुशलम में फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों और इसराइली पुलिस के बीच झड़प के कुछ सप्ताह बाद पिछले सोमवार
को चरमपंथी समूह हमास ने यरुशलम पर रॉकेट दागे थे, जिसके बाद युद्ध शुरू हुआ।
युद्ध शुरू होने से लेकर अभी तक इसराइली सेना ने सैकड़ों की संख्या में हवाई हमले किए हैं। उसका कहना है
कि वह हमास चरमपंथियों की आधारभूत संरचनाओं को निशाना बना रही है। वहीं, फिलिस्तीनी चरमपंथियों ने
इसराइल पर 3100 से ज्यादा रॉकेट दागे हैं।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हवाई हमलों में कम से कम 198 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें 58
बच्चे और 35 महिलाएं शामिल हैं, जबकि 1300 लोग घायल हुए हैं। गाजा से इसराइल में दागे गए रॉकेटों की चपेट में आकर 5 साल के एक बच्चे और एक सैनिक सहित कुल 8 लोगों की मौत हुई है।
गाजा में आपात बचाव अधिकारी समीर अल-खातिब ने बताया कि मैंने अपने 14 साल के करियर में ऐसी तबाही नहीं देखी है। उन्होंने कहा कि 2014 के युद्ध के दौरान भी नहीं।
संघर्ष विराम के प्रयास तेज : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के राजनयिकों और मुस्लिम देशों के विदेश मंत्रियों ने
इसराइल और फिलिस्तीन के बीच हिंसा को रोकने के प्रयासों के तहत सप्ताहांत में आपात बैठक बुलाई। हमास के हमलों के बाद पिछले एक सप्ताह के सबसे भीषण हमलों में इजराइल ने गाजा शहर में कई रॉकेट दागे हैं।
अमेरिका में कुछ डेमोक्रेट नेताओं ने बाइडन के प्रशासन से इस मामले में भूमिका निभाने की वकालत की है,
लेकिन राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसराइल पर तत्काल संघर्ष-विराम के लिए सहमत होने के लिहाज से दबाव
बढ़ाने का कोई संकेत नहीं दिया है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने सुरक्षा परिषद की आपात उच्चस्तरीय बैठक में कहा
कि अमेरिका संघर्ष को रोकने के लिहाज से राजनयिक माध्यमों से अथक प्रयास कर रहा है। अमेरिका की विदेश नीति में पश्चिम एशिया और
अफगानिस्तान से ध्यान हटाने को संकल्पित बाइडन प्रशासन ने संघर्ष में इजराइल की भूमिका की निंदा करने
या क्षेत्र में एक उच्चस्तरीय राजनयिक को तैनात करने से अभी तक इनकार ही किया है। अन्य देशों की
अपील का भी कोई असर नहीं दिखाई दे रहा।
थॉमस-ग्रीनफील्ड ने चेतावनी दी है कि सशस्त्र संघर्ष से दशकों पुराने इजराइल-फलस्तीन संघर्ष के लिए दोनों के
बीच बातचीत से समाधान के प्रयास निष्प्रभावी हो जाएंगे। हालांकि इजराइल के करीबी सहयोगी अमेरिका ने
सुरक्षा परिषद से एक बयान जारी कराने के चीन, नॉर्वे और ट्यूनिशिया के प्रयासों को अभी तक रोक रखा है।
इजराइल में अमेरिकी अधिकारी हैडी अम्र ने इजराजल के रक्षा मंत्री बेनी गैंज से मुलाकात की जिन्होंने
अमेरिका के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने संकट को कम करने के