ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हमले में मौत के बाद ईरान और अमेरिका में तनाव बढ़ता जा रहा है। ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइलों से हमले किए। खबरों के अनुसार असद और इरबिल और ताजी के अमेरिकी सैन्य बेस पर ईरान ने ये हमले किए।
मिसाइलों से हमले के बाद ईरान की मिलिट्री की तरफ से ट्वीट किया गया- 'हमारे क्षेत्र से नर्क को बाहर निकालो।' ईरान ने अमेरिका पर और हमले की धमकी दी है। ईरान ने कहा है कि अमेरिका ने और हमले किए तो अच्छा नहीं होगा।
इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्र को संबोधित करने वाले थे लेकिन मौजूदा हालातों को देखते हुए उन्होंने यह टाल दिया है। वे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से मौजूदा स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं।
खबरों के अनुसार अमेरिका ने खाड़ी देशों में विमान सेवा पर रोक लगा दी है। इराक के आसमानों में कई अमेरिकी विमान देख गए हैं। 3 जनवरी को अमेरिका ने हवाई हमले किए थे। इसमें कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी।
ईरान के विदेश मंत्री विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने कहा है कि आत्मरक्षा के लिए यह कदम उठाया है। विदेश मंत्री ने कहा कि यूएन अनुच्छेद 51 के तहत हमला किया गया है।