लाहौर। पाकिस्तान में संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के अधिकारियों ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के प्रमुख शहबाज शरीफ के बेटे एवं पंजाब असेंबली में विपक्ष के नेता हमजा शहबाज को मंगलवार दोहा जाने वाले विमान से उतार दिया।
शरीफ परिवार के प्रवक्ता अत्ताउल्ला तरार ने एक बयान में बताया, हमजा पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भतीजे हैं। वे लंदन होकर दोहा जाने वाले विमान में सवार होने के लिए लाहौर हवाईअड्डा पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि हमजा अपने छोटे भाई सलमान से मिलने के लिए लंदन जा रहे थे।
तरार ने कहा, आव्रजन काउंटर पर एफआईए के एक अधिकारी ने पहले उन्हें बताया कि उनका नाम काली सूची में दर्ज है और बाद में उन्होंने घोषित किया कि उनका नाम उस सूची में है जिसमें दर्ज लोगों के देश से बाहर जाने पर प्रतिबंध है।
देश की भ्रष्टाचाररोधी संस्था राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) आय से अधिक संपत्ति और सरकारी कोष के गलत इस्तेमाल से संबंधित दो मामलों में हमजा और सलमान की जांच कर रही है। हमजा और सलमान दोनों भाई हैं और एनएबी के अनुसार (रमजान चीनी मिल के) निदेशक पद पर रहते हुए दोनों भाइयों ने सरकारी धन का इस्तेमाल कर चिनिओट में अपने-अपने मिलों को जोड़ने वाले पुल का निर्माण कराया था।
बताया जाता है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं उनके पिता शहबाज शरीफ ने इस पुल के निर्माण के लिए 20 करोड़ रुपए की मंजूरी दी थी। सलमान और उनके साले इमरान अली यूसुफ, दोनों कथित तौर पर लंदन में छिपे हैं। जवाबदेही अदालत ने पंजाब साफ पानी कंपनी और पंजाब पावर डेवलपमेंट कंपनी (पीपीडीसी) मामलों में यूसुफ को घोषित अपराधी बताया है।
पीएमएल-एन की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने कहा कि हमजा को आव्रजन काउंटर पर विमान में सवार होने से रोक दिया गया। वहां उन्हें बताया गया कि उनका नाम प्रतिबंधित सूची में दर्ज है। उन्होंने कहा, हमजा कोई आतंकवादी नहीं हैं। वे एक जिम्मेदार नागरिक और नेता हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार को निश्चित रूप से यह बताना चाहिए कि उन्होंने किस कानून के तहत हमजा का नाम ईसीएल में डाला। उन्होंने कहा, इमरान खान बदले के इरादे से राजनीति कर रहे हैं।