वॉशिंगटन। व्हाइट हाउस की एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मलेरियारोधी दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की 2 सप्ताह तक खुराक लेने के बाद बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं और यदि उन्हें लगता है कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं तो वे दोबारा इसे लेंगे।
मलेरिया की रोकथाम और उसके उपचार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने कोविड-19 के उपचार के लिए मंजूरी नहीं दी है, लेकिन इसे संक्रमण के संभावित उपचार के तौर पर पहचाना गया है और अमेरिका सरकार ने इसकी तत्काल उपलब्धता का अनुरोध किया है। ट्रंप ने कोरोना वायरस से निपटने में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को 'पासा पलट देने वाली दवा' करार दिया है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव केलेग मैकेनी से जब गुरुवार को पूछा गया कि मलेरियारोधी दवा लेने के बाद ट्रंप कैसा महसूस कर रहे हैं? तो उन्होंने कहा कि मैं यहां आने से पहले ही उनसे मिली थी और मैंने उनसे यही सवाल पूछा था। उन्होंने कहा कि वे बहुत बढ़िया महसूस कर रहे हैं। यदि उन्हें लगता है कि वे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं तो वे दोबारा यह दवा लेंगे।
उन्होंने कहा कि कई विशेषज्ञों ने संक्रमण रोकने में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के उपयोग को रेखांकित किया है। साइंसन्यूजडॉटओआरजी में टीना हेस्मैन साय ने अपने एक शोध में लिखा है कि उपचार में इसकी उपयोगिता के दुनिया में करीब 200 परीक्षण चल रहे हैं।
प्रेस सचिव ने बताया कि मिशिगन स्थित हेनरी फोर्ड अस्पताल में भी 3,000 स्वास्थ्यकर्मी परीक्षण के तौर पर इस दवा को ले रहे हैं और इस दवा के उपयोग के शानदार परिणामों की सूचना मिली है। उन्होंने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि कई चिकित्सक और अनुसंधानकर्ता हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के समर्थन में आगे आ रहे हैं। मैकेनी ने साथ ही कहा कि यदि कोई हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन लेना चाहता है, तो उसका चिकित्सक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क में एक महामारी रोग विशेषज्ञ और परीक्षण कर रहे अन्य लोगों ने कहा है कि उन्हें इस दवा से जुड़े मिथकों के कारण लोगों को परीक्षण के काम में नियुक्त करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए यह समझना जरूरी है कि लाखों लोग लंबे समय से इस दवा का उपयोग कर रहे हैं और यह सुरक्षित है। ट्रंप ने इस माह की शुरुआत में बताया था कि वे कोरोना वायरस से बचाव के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन ले रहे हैं। (भाषा)