वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर उसके साथ 'सही समझौता' करने के लिए तैयार है। उनकी यह टिप्पणी उस वक्त आई है, जब कुछ दिन पहले उन्होंने अमेरिका को धमकाने के लिए ईरान को ऐतिहासिक परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी।
ट्रंप ने ओबामा प्रशासन के दौरान 2015 में हुए ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका को मई में अलग कर लिया था। उन्होंने इसे अब तक का बेहद खराब समझौता बताया था। ट्रंप ने विदेशों में युद्धों में भाग लेने वाले सैनिकों के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उनका प्रशासन ईरान के साथ फिर से बातचीत करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, मैंने ईरान के साथ एकतरफा भयानक परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग कर दिया था। ट्रंप ने कहा कि उनके फैसले से ईरान अब वैसा देश नहीं रहेगा, जैसा वह था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, मैं यह कह सकता हूं। हम देखेंगे कि क्या होता है, लेकिन हम सही समझौता करने के लिए तैयार हैं, ना कि वैसा समझौता करने के लिए जैसा पूर्ववर्ती प्रशासन ने किया था, जो अनर्थ था।
इस बीच, ईरान पर अस्थिर व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए अमेरिका के विदेश मंत्री जेम्स मैटिस ने आज कहा कि अब समय आ गया है कि तेहरान जिम्मेदार व्यवहार करे। दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने के मद्देनजर मैटिस ने कहा, ईरान के मामले में मुझे लगता है कि हमें उसके द्वारा लगातार प्रदर्शित रहे अस्थिर व्यवहार को देखना चाहिए और वह पूरे क्षेत्र में ऐसा व्यवहार कर रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सीरिया की बशर अल-असद सरकार के सत्ता में होने का एकमात्र कारण यह है कि ईरान उनके साथ खड़ा है, उन्हें समर्थन दे रहा है तथा उनका वित्त पोषण कर रहा है। उन्होंने कहा, अब समय आ गया है कि ईरान एक जिम्मेदार देश होने के नाते जिम्मेदारी दिखाए। (भाषा)