वॉशिंगटन। लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिली जीत के बाद अमेरिका को उम्मीद है कि अपने दूसरे कार्यकाल में आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए उनके पास ज्यादा स्वतंत्रता होगी। इससे एक कारोबार अनुकूल माहौल बनाने में मदद मिलेगी।
व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी का यह बयान ऐसे समय आया, जब शुक्रवार को मीडिया में यह खबर छाई रही कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अगला निशाना भारत हो सकता है। इसमें भारत के खिलाफ सेक्शन-301 जांच शुरू किया जाना शामिल है।
अधिकारी ने कहा कि बड़ी चिंता ई-वाणिज्य पर भारत सरकार द्वारा हाल में लगाए गए प्रतिबंध और डाटा का स्थानीयकरण करने के नियम हैं। इससे अमेरिकी कंपनियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है, साथ ही निवेश माहौल पर भी असर पड़ा है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका को उम्मीद है कि चुनाव निपट गए हैं और प्रधानमंत्री मोदी के पास कड़े आर्थिक सुधार लाने के लिए अब अधिक स्वतंत्रता होगी। यह नए विदेशी निवेश को आकर्षित करेगा और कारोबार अनुकूल माहौल बनाने में मदद करेगा।
उल्लेखनीय है कि जापान के ओसाका में जी-20 समूह की बैठक के दौरान इस माह के अंत में मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात होना तय है। (भाषा)