Cyclone Biporjoy : चक्रवात बिपारजॉय के गुरुवार को पाकिस्तान के तटीय क्षेत्रों में दस्तक देने से पहले देश के दक्षिणी सिंध प्रांत में लगभग 62,000 लोगों को उनके घरों से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। चक्रवात के कारण कराची और हैदराबाद जैसे शहरों में भारी बाढ़ आ सकती है।
बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो चुका बिपारजॉय भारत और पाकिस्तान के करीब पहुंच रहा है, जिसकी वजह से अधिकारी जानमाल के संभावित नुकसान को कम करने के लिए एहतियाती कदम उठा रहे हैं। इसके सिंध के थट्टा जिले में केटी बंदर बंदरगाह और भारत के कच्छ जिले के बीच तट पर पहुंचने की उम्मीद है।
सिंध के सूचना मंत्री शरजील मेमन ने बताया कि सिंध के तटीय क्षेत्रों के निकटवर्ती इलाकों से लगभग 62,000 लोगों को हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अब तक थट्टा, केटी बंदर, सुजावल, बादिन, उमेरकोट, थारपारकर, शहीद बेनजीराबाद, टंडो मुहम्मद खान, टंडो अल्लायार और संघार में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सरकार ने एहतियात के तौर पर बलूचिस्तान प्रांत के हब और लासबेला जिलों और ग्वादर में भी कुछ जगहों से लोगों हटा कर सुरक्षित स्थानों पर भेजा है।
उन्होंने कहा कि इन लोगों को मजबूत इमारतों वाले सरकारी स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों में आश्रय दिया गया है और पर्याप्त भोजन, पानी और चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
मेमन ने कहा कि थट्टा, केटी बंदर और सुजावल के कई इलाकों में कुछ परिवार अपने घर छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें वहां से जबरन हटाना पड़ा। ऐसे लोग भी हैं जो स्वेच्छा से सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे।
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीडीएम) ने कहा है कि चक्रवात बिपारजॉय गुरुवार दोपहर या शाम को दस्तक देगा और अपने साथ भारी बारिश और तूफान लाएगा।
पीएमडी द्वारा जारी हालिया अलर्ट में कहा गया है कि चक्रवात कराची से लगभग 310 किलोमीटर दक्षिण, थाटा से 300 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और केटी बंदर से 240 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम की दूरी पर है।
ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने चक्रवात के कारण पाकिस्तान में आरएलएनजी (री-गैसीफाइड तरलीकृत प्राकृतिक गैस-आधारित) आपूर्ति बाधित होने से नागरिकों को आरएलएनजी-आधारित बिजली उत्पादन में अस्थायी कमी और लोड-शेडिंग में अस्थायी वृद्धि के बारे में सतर्क किया।
मंत्री ने चेतावनी दी कि चक्रवात कराची के तटीय इलाकों और सिंध के अन्य हिस्सों में बिजली पारेषण प्रणाली को प्रभावित कर सकता है।
रक्षा आवास प्राधिकरण (डीएचए) के प्रवक्ता फारुख रिजवी ने कहा कि स्थिति बिगड़ने और जरूरत पड़ने पर और अधिक लोगों की निकासी की जा सकती है तथा उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सीव्यू और डीएचए तट के निकट के सभी रेस्तरां और मनोरंजन पार्क बंद कर दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि 2010 में चक्रवात फेट का पाकिस्तान के तटीय क्षेत्रों में कहर टूटा था। इसकी वजह से सिंध और मकरान तटीय क्षेत्रों में 15 लोगों की जान गई थी और हजारों लोग बेघर हो गए थे। (भाषा)
Edited by : Nrapendra Gupta