लास वेगास। दुनिया के कंप्यूटर्स को मई में साइबर हमले से बचाने का श्रेय अपने नाम करनेवाले एक ब्रिटिश युवा शोधकर्ता मारकस हचिंस को अवैध सॉफ्टवेयर बांटने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह सॉफ्टवेयर बैंक अकाउंट पासवर्ड जमा करने के लिहाज से डिजाइन किया गया है।
हचिंस को ब्रिटेन वापस जाने के दौरान लास वेगास से हिरासत में लिया गया है। वह यहां हैकर्स और सूचना सुरक्षा गुरु के सालाना समारोह में आए हुए थे।
उन पर क्रोनस बैंकिंग ट्रोजन नामक एक मैलवेयर बनाने और उसे बांटने का आरोप है। इस तरह का मैलवेयर वेब ब्राउजर को संक्रमित करके और उपयोक्ता के बैंक यूजरनेम, पासवर्ड और अन्य खुफिया सूचनाओं का पता लगाता है।
हचिस को हिरासत में लेने की खबर साइबर सुरक्षा समुदाय के लिए झटके की तरह है। शोधार्थी के समर्थन में कई लोग उनके साथ हैं। हचिंस के तेजतर्रार सूझ-बूझ की शक्ति ने ही ‘वाना-क्राई’ वायरस हमले पर काबू पाने और उसे फैलने से रोकने में मदद की थी। पिछले वर्ष मई में इस वायरस से हजारों कंप्यूटर प्रभावित हो गए थे। (भाषा)