बीजिंग। दुनियाभर में कोरोनावायरस से कोहराम मचा हुआ है। दुनियाभर के देश इस जानलेवा वायरस के लिए चीन को जिम्मेदार बता रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ चीन में प्रकृति अपना रौद्र रूप दिखा रही है। चीन के कुछ प्रमुख शहरों के हालात बहुत अधिक खराब हैं। आसमान से आफत बरस रही है।
खबरों के अनुसार बीते 6 दशकों में चीन में इतनी बरसात नहीं हुई। चारों ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है। चीन ने अपने देश में कोरोनावायरस से मरने वालों को आंकड़ों को भले छुपा लिया हो, लेकिन जलप्रलय से उसके हाल बेहाल हैं और उसे इससे करीब 8 अरब से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
सबसे ज्यादा बुरा हाल वुहान और हुबेई प्रांतों का है। यहां हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। चीन में जून से लगातार बारिश हो रही है। बारिश का दौर अभी भी जारी है। चीन के तमाम शहरों के कई बड़े पर्यटक स्थल भी इस बाढ़ के कारण प्रभावित हुए हैं। अधिक बरसात की वजह से चीन और एशिया की सबसे लंबी नदी यांग्त्से में बाढ़ आ गई। 1961 के बाद से चीन बरसात का रिकॉर्ड रख रहा है।
1961 के बाद से अब तक ऐसी बरसात पहले रिकॉर्ड नहीं की गई थी। खबरों के अनुसार बारिश से अब तक यहां 140 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग लापता हो गए हैं। कोरोनावायरस के बाद बाढ़ से चीन की अर्थव्यवस्था पर दोहरी मार पड़ी है।
चीन अन्य नदियां पीली नदी, झुंजियांग और ताइहु झील में भी पानी खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। ये नदियां जिन-जिन इलाकों के आसपास से गुजर रही हैं, वहां हर तरफ पानी ही पानी दिखाई पड़ रहा है। लगातार बारिश के बाद चीन में 33 नदियां अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई हैं। बाढ़ के कारण करीब 28,000 घरों को नुकसान पहुंचा है। बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।