यरुशलम। गाजा से आते रॉकेटों और इसराइल के हवाई हमलों ने बुधवार को 2014 के उस संघर्ष की याद दिला दी जो 50 दिनों तक चला था। दोनों पक्षों के बीच शुरू हुए मौजूदा संघर्ष के अभी खत्म होने के आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं। गाजा के हमास शासकों और अन्य उग्रवादी समूहों ने सैकड़ों रॉकेट दागे जिससे घनी आबादी वाले तेल अवीव में विस्फोटों की आवाज सुनाई देती रही। वहीं, इसराइल ने गाजा पट्टी में 2 बहुमंजिला इमारतों को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए।
इसराइल ने पहले चेतावनी देते हुए गोलियां चलाईं ताकि नागरिक इमारत छोड़कर जा सकें लेकिन बाकी संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बुधवार को थोड़ी देर के विराम के बाद इसराइल ने पुलिस और सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए दर्जनों हवाई हमले किए। गाजा सिटी में धुएं का गुबार उठता दिखा।
हमास द्वारा संचालित आतंरिक मंत्रालय ने बताया कि इसराइल के हवाई हमलों में गाजा सिटी केंद्रीय पुलिस मुख्यालय नष्ट हो गया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इसराइल के हमलों में गाजा में मरने वाले फलस्3ियों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है। इनमें 13 बच्चे और 3 महिलाएं शामिल हैं। करीब 300 लोग घायल हुए हैं। वहीं, मंगलवार और बुधवार तड़के रॉकेट हमलों में 3 महिलाओं और एक बच्चे समेत 5 इसराइलियों की मौत हो गई तथा दर्जनों अन्य लोग घायल हो गए।
मागेन डेविड एडम आपात सेवा के प्रमुख अली बिन ने बताया कि गाजा उग्रवादियों ने बुधवार को सीमा पर टैंक विध्वंसक मिसाइल दागी जिसमें एक इसराइली की मौत हो गई और 2 अन्य घायल हो गए। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि ए लोग सैनिक थे या आम नागरिक। इसराइली सेना ने बताया कि उग्रवादियों ने संघर्ष के शुरू होने से लेकर अब तक 1,050 से अधिक रॉकेट दागे हैं।
सेना ने बताया कि उसने गाजा से इसराइल में घुसे एक ड्रोन को भी मार गिराया। सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन ने कहा कि 2 इन्फैंट्री ब्रिगेड इलाके में भेजी गई हैं जो जमीनी आक्रमण की तैयारी को दिखाती हैं।
गाजा में 4 बच्चों की मां समा हबूब ने कहा कि गाजा में अभी कोई सुरक्षित स्थान नहीं है। इमारतों को निशाना बनाना उन तौर-तरीकों में शामिल है जो 2014 के युद्ध के दौरान भी आजमाए गए थे और अब अंतरराष्ट्रीय अदालत संभावित युद्ध अपराधों के तहत इसकी जांच कर रही है। इसराइल इस अदालत का सदस्य नहीं है और उसने जांच खारिज कर दी है।
गत सप्ताहांत अल अक्सा मस्जिद में झड़प हुई थी और फिर 4 दिन तक इसराइली पुलिस और फिलीस्तीनियों के बीच संघर्ष चलता रहा। सोमवार शाम से हमास ने गाजा से रॉकेट दागने शुरू कर दिए और यहां से तनाव बढ़ता चला गया। हिंसा की व्यापक पैमाने पर आलोचना होने के बावजूद इसके खत्म होने के कोई संकेत नहीं मिले हैं।
इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले तेज करने का आह्वान करते हुए कहा कि इसमें वक्त लगेगा। कतर, मिस्र और संयुक्त राष्ट्र संघर्षविराम कराने के लिए काम कर रहे हैं। मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 3 दिन के भीतर बुधवार को बंद कमरे में अपनी दूसरी बैठक करने की योजना है। परिषद के राजनयिकों ने गोपनीयता की शर्त पर कहा कि संयुक्त राष्ट्र की सबसे शक्तिशाली संस्था ने कोई बयान जारी नहीं किया है क्योंकि अमेरिका को चिंता है कि इससे तनाव बढ़ सकता है। (भाषा)