अमेरिकी सांसद ग्रीन कार्ड की सीमा हटाने के पक्ष में

Webdunia
मंगलवार, 6 फ़रवरी 2018 (22:39 IST)
वॉशिंगटन। कम से कम छह प्रभावशाली अमेरिकी सांसदों ने प्रति देश ग्रीन कार्ड की सीमा हटाने की उच्च कौशल वाले भारतीयों की मांग का समर्थन किया है और कहा कि वर्तमान व्यवस्था अमेरिका के लिए अनुचित है जहां 15 लाख ऐसे भारतीय बैकलॉग में फंस गए हों।


उन्होंने दलील दी कि किसी भी देश के कितने लोग ग्रीन कार्ड या वैध कानूनी रेसीडेंसी पा सकते हैं, इसकी सीमा की वजह से उच्च कौशल वाले भारतीयों के लिए प्रतीक्षा की अवधि 70 साल तक हो सकती है। सूचना प्रौद्योगिकी, विज्ञान प्रयोगशालाओं और अकादमी जैसे विविध क्षेत्रों के 200 से अधिक उच्च कौशल वाले भारतीयों का एक समूह सोमवार को संसद पहुंचा और वे सांसदों से मिले।

उनमें से करीब आधे दर्जन इन उच्च कौशल वाले भारतीयों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करने और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए शाम को एक कार्यक्रम में पहुंचे। ये भारतीय 30 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। उनमें से कुछ कैलिफोर्निया से भी थे।

सांसद केविन योडर ने कहा, हम चाहते हैं कि अमेरिका सभी लोगों के लिए अपने द्वार खोले। यह विचार कि हम महज कुछ लोगों से यह कहें कि वे भारत से हैं और उन्हें कभी ग्रीन कार्ड नहीं मिल सकता या वे नागरिक नहीं बन सकते, यह अमेरिका विरोधी है।  (भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

तिरुपति के लड्‍डू में पशु चर्बी का होता था इस्तेमाल

32 राजनीतिक दलों ने किया समर्थन, 15 ने किया प्रस्ताव का विरोध

भाजपा नेता के बिगड़े बोल, राहुल गांधी की जुबान दाग देनी चाहिए

LCA Tejas Fighter Jet: स्क्वॉड्रन लीडर मोहना सिंह तेजस लड़ाकू विमान की पहली महिला पायलट बनीं

एक देश, एक चुनाव पर रामनाथ कोविंद समिति की शीर्ष 10 सिफारिशें

सभी देखें

नवीनतम

केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू पर FIR, बोले संसद में भी बोलूंगा, गांधी परिवार ने पंजाब को जलाया

PM मोदी के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर में विकास का नया अध्याय : धामी

कटरा चुनावी रैली में कांग्रेस-नेकां पर गरजे PM मोदी, बोले- खून बहाने के पाकिस्तानी एजेंडे को लागू करना चाहता है यह गठबंधन

तिरुपति मंदिर के प्रसादम में मछली का तेल और गाय की चर्बी की पुष्टि, CM नायडू ने लगाया था आरोप

डेयरी सेक्टर के लिए सरकार कर रही श्वेत क्रांति 2.0 की शुरुआत, अमित शाह ने बताया क्या है प्लान

अगला लेख
More