वॉशिंगटन। अमेरिका के सांसद भी अब खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू के साथ आ गए हैं। न्यूयॉर्क में एक सिख अलगाववादी नेता पन्नू की हत्या की साजिश रचने में एक भारतीय अधिकारी के शामिल होने के आरोपों के बाद, अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने भारत की आलोचना की है।
अमेरिकी अभियोजकों ने उस व्यक्ति से एक भारतीय अधिकारी का संबंध बताया है जिस पर हत्या की साजिश का आरोप लगाया गया है।
सांसदों ने विदेश संबंधों की संसदीय समिति की ओर से अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण : अधिकारों और सुरक्षा के लिए एक वैश्विक खतरा विषय पर आयोजित कार्यक्रम में यह कहा।
इसका आयोजन चीन को केंद्र में रखकर आयोजित किया गया था, लेकिन कनाडा और अमेरिका के आरोपों के संबंध में कई बार भारत का जिक्र किया गया।
समिति के अध्यक्ष सांसद बेन कार्डिन ने कहा कि हमने न्यूयॉर्क में एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश रचने में भारत सरकार के एक अधिकारी के शामिल होने के आरोपों के बारे में सुना है।
कनाडाई अलगाववादी सिख नेता की हत्या में भारत की संलिप्तता के आरोपों के बाद दोबारा इस तरह के आरोप सामने आए हैं और साल की शुरुआत में भारत सरकार ने दोनों चरमंथी समूह के नेता को आतंकवादी करार दिया था।
डेमोक्रेटिक सांसद ने टिम काइन ने कार्यक्रम में कहा कि हम अक्सर कहते हैं कि हम दुनिया के सबसे पुराने लोकतांत्रिक देश हैं और भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। लेकिन, यह एक सम्मानित लोकतंत्र का व्यवहार नहीं है।
अमेरिका में संघीय अभियोजकों ने 29 नवंबर को आरोप लगाया था कि निखिल गुप्ता नाम के व्यक्ति ने एक भारतीय सरकारी अधिकारी के साथ मिलकर सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रची थी जो नाकाम रही। पन्नू के पास अमेरिका तथा कनाडा की नागरिकता है।
भारत ने इसे चिंता का विषय बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की घोषणा की है, और कहा कि जांच समिति के निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। भाषा