वॉशिंगटन। रेडमंड स्थित एक सूचना एवं प्रौद्योगिकी कंपनी को एच1बी वीजा धारक कर्मचारियों को कम वेतन देने पर उन्हें 3,00,000 डॉलर की राशि का भुगतान करने का आदेश दिया गया है, साथ ही कंपनी पर 45,000 डॉलर से ज्यादा का जुर्माना भी लगाया गया है।
गुरुवार को आई खबरों के अनुसार अमेरिकी श्रम विभाग ने अपनी जांच में पाया कि कंपनी ने अपने अतिथि कर्मचारियों को तय मानदंडों के मुकाबले बेहद कम वेतन देकर एच1बी वीजा नियमों का उल्लंघन किया है। कंपनी के कार्यालय भारत के बेंगलुरु और हैदराबाद में स्थित हैं। जांच के बाद पीपुल टेक ग्रुप से कहा गया है कि वह अपने 12 कर्मचारियों को 3,09,914 डॉलर का भुगतान करे। विभाग ने कंपनी पर 45,564 डॉलर का जुर्माना भी लगाया है।
श्रम विभाग का कहना है कि जांच में पता चला कि कंपनी ने इन कर्मचारियों को अनुभवहीन कर्मचारियों के स्तर का वेतन दिया जबकि वे बेहद अनुभवी और दक्ष कर्मचारियों के समान कार्य कर रहे थे। उन्हें अधिक वेतन मिलना चाहिए था। विभाग का कहना है कि समूह ने कर्मचारियों को उस दौरान का वेतन नहीं दिया जब उन्हें कोई काम आवंटित नहीं किया गया था। कानून के अनुसार कर्मचारियों को उस अवधि का भी वेतन मिलना चाहिए था। (भाषा)