लंदन। तंबाकू, शराब, शीतल पेय और स्नैक्स जैसे उत्पादों पर कर लगाए जाने से गरीब परिवारों को सबसे अधिक फायदा होगा। इस संदर्भ में हालिया अध्ययन करने वाले अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार, यह कई गंभीर बीमारियों की वृद्धि दर में कमी लाने में कारगर साबित हो सकता है।
वे इसे गैर-संक्रामक बीमारियों से निपटने में भी सहायक मान रहे हैं। उनका कहना है कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक उत्पादों के मूल्य में परिवर्तन से उनके उपभोग पर असर पड़ता है। उनके मुताबिक, यह असर सामाजिक आर्थिक स्थिति में अंतर की वजह से देखने को मिलता है।
अध्ययन के मुताबिक, करों में बढ़ोतरी का सर्वाधिक लाभ कम आय वाले लोगों में देखने को मिलता है, क्योंकि यह वर्ग दाम में परिवर्तन से सर्वाधिक प्रभावित होते हैं। इस अनुसंधान का प्रकाशन, 'द लैंसेट' जर्नल में किया गया है। (भाषा)