लंदन। इंग्लैंड के दक्षिण पश्चिम शहर ब्रिस्टल में लॉकडाउन विरोधी सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने ब्रिटिश पुलिस अधिकारियों पर अंडे और कांच की बोतलें फेंकीं। पुलिस ने इस दौरान 10 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच शुक्रवार शाम गतिरोध पैदा होने के बाद अधिकारियों ने लाउडस्पीकर के जरिए कई चेतावनियां दीं, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया गया।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और गृहमंत्री प्रीति पटेल ने पुलिस अधिकारियों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं की निंदा की। जॉनसन ने ट्विटर पर कहा, कल रात ब्रिस्टल में पुलिस अधिकारियों पर शर्मनाक हमले हुए।
उन्होंने कहा, हमारे अधिकारियों पर हिंसा के इरादे से भीड़ द्वारा ईंट, बोतलों और पटाखों से हमला नहीं किया जाना चाहिए। पुलिस और शहर को मेरा पूरा समर्थन है। पटेल ने ट्विटर पर स्थानीय पुलिस को अपना समर्थन दिया और कहा कि वह इस तरह की घटनाओं से निराश हैं।
स्थानीय एवन और समरसेट पुलिस ने कहा कि शहर में ब्रिजवेल पुलिस थाने के निकट पुलिस कार्रवाई में स्वान दस्ते और एक पुलिस हेलीकॉप्टर समेत विशेषज्ञ संसाधनों का इस्तेमाल किया गया।
शुक्रवार के विरोध के संदर्भ में (पुलिस) अधीक्षक मार्क रूनाकेरे ने कहा, ज्यादातर लोगों ने शांतिपूर्ण ढंग से काम किया, लेकिन कुछ लोगों ने हिंसक रवैया अपनाते हुए अधिकारियों पर कांच की बोतलें और ईंट फेंकी।
उन्होंने कहा, यह हिंसक आचरण स्वीकार्य नहीं है। अधिकारियों ने बार-बार लोगों को जाने के लिए कहा, लेकिन एक बार जब माहौल बदल गया तो लोग हिंसक हो गए और कार्रवाई करनी जरूरी हो गई।
रूनाकेरे ने बताया कि हिंसा करने, एक आपातकालीन कर्मचारी पर हमला करने और प्रतिबंधित ए श्रेणी के मादक पदार्थों को बरामद किए जाने समेत कई अपराधों में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में से तीन को पिछले रविवार को शहर में उपद्रव के संबंध में हिरासत में लिया गया था।
शुक्रवार शाम ब्रिस्टल के कॉलेज ग्रीन में विरोध प्रदर्शन के लिए एक हजार से अधिक लोग एकत्र हुए थे। तथाकथित किल द बिल प्रदर्शनकारी सरकार के पुलिस, अपराध, सजा एवं अदालत विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, जो पुलिस को प्रदर्शन से निपटने के लिए और शक्तियां दे देगा।(भाषा)