रियासो फ्रियो, ब्राजील। दक्षिण अमेरिका के ब्राजील के रियासो फ्रियो में एक सत्रह वर्षीय लड़की, लुइजा पिन्हेरो, अपने घर में हैडफोन लगाकर फोन चला रही थी। थोड़ी देर बाद घरवालों ने देखा कि वह जमीन पर बेहोश पड़ी थी। वे उसे हॉस्पिटल ले गए लेकिन लड़की की जान नहीं बच नहीं पाई।
विदित हो कि जब वह अपना फोन चार्ज कर रही थी तभी कान पर लगे हैडफोन उसके दोनों कानों में पिघल गए थे। जब उसकी दादी ने देखा तो वह फर्श पर बेहोश पड़ी थी। भागम-भाग में लड़की को अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन डॉक्टरों की कोशिशों के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका।
अस्पताल के डॉक्टर ने स्थानीय मीडिया से बात करते हुए बताया कि लुइजा पिन्हेरो के ईयरफोंस उनके कान में ही पिघल गए थे। लड़की की दादी ने जो बताया, उसके मुताबिक हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि लुइजा की मौत जोरदार इलेक्ट्रिक शॉक लगने से हुई है।
उनका यह भी कहना था कि जब हमने जब उसकी बॉडी का परीक्षण किया तो पता चला कि कान पर लगा हैडफोन उसके कान में ही पिघल गया था। इसका मतलब है कि बिजली का ये झटका बहुत तेज था और हॉस्पिटल पहुंचने में तकरीबन घंटे भर का समय लग चुका था।
डॉक्टर का कहना है कि हम अभी भी मौत और शॉक का असली कारण जानना चाहते हैं। लेकिन उसका कहना था कि इतने जोरदार शॉक की बजह बिजली या बारिश भी हो सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि जब लुईजा को शॉक लगा, तब बारिश नहीं हो रही थी। लेकिन उस समय बिजली बहुत जोरों से कड़क रही थी। इस चीज से लुइजा को लगे इलेक्ट्रिक शॉक का कोई संबंध हो सकता है, कहा नहीं जा सकता है। लेकिन हम कुछ पुख्ता हो जाने के बाद ही इस बारे में कुछ कह पाएंगे।