पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में अज्ञात बंदूकधारियों ने अल्पसंख्यक शिया समुदाय के सदस्यों पर गोलीबारी कर दी। इस हमले में एक लड़के सहित कम से कम चार लोगों की मौत हो गई। दो महिलाओं सहित हजारा शिया समुदाय के आठ सदस्य अफगान सरहद पर स्थित चमन शहर से क्वेटा जा रहे थे।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक, उन्होंने एक पेट्रोल पंप पर अपनी गाड़ी ईंधन भरवाने के लिए रोकी थी। इस बीच, बाइक सवार दो व्यक्तियों ने उन पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। इनमें तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और एक लड़के सहित तीन अन्य जख्मी हो गए। उनके साथ सफर कर रहीं दो महिलाएं बच गईं क्योंकि वे गाड़ी में ही बैठी हुईं थीं। हमलावरों ने बाहर खड़े पुरुषों पर गोलीबारी की।
बहरहाल, किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि समुदाय के सदस्य अफगानिस्तान से चमन आए थे। पुलिस ने कहा कि घायलों को क्वेटा के सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां एक लड़के ने दम तोड़ दिया।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सनाउल्लाह ज़ेहरी ने घटना पर दुख जाहिर किया है और आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने अधिकारियों को अपराधियों को गिरफ्तार करने और उन्हें न्याय के कठघरे में लाने के निर्देश दिए।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तनवीर शाह के अनुसार यह हमला एक विशेष संप्रदाय के खिलाफ था। इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी भी संगठन ने नहीं ली है। पुलिस के अनुसार पिछले दो वर्षों के दौरान इस प्रकार के हमलों में 20 से ज्यादा हजारा मुस्लिम मारे गए हैं।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से तालिबान और आईएस आतंकवादियों की ओर से हजारा मुस्लिमों पर लगातार इस तरह के हमले किए जा रहे हैं। पाकिस्तान के सुन्नी चरमपंथियों ने अल्पसंख्यक शियाओं के कई उप संप्रदायों को अपने निशाने पर ले रखा है। शियाओं के नेता आरोप लगाते रहे हैं कि यह उनके समुदाय का सफाया किए जाने की सुनियोजित साजिश है। (भाषा)